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पेरिस ओलंपिक में महज 100 ग्राम अधिक वजन पाए जाने के बाद फाइनल से ठीक पहले अयोग्य करार दी गईं भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने रविवार को अपना जन्मदिन मनाया। इस दौरान, विनेश ने बताया कि उनका शरीर तो ठीक है, लेकिन मानसिक स्तर हिला हुआ है। खेल छोड़ना आसान नहीं है, लेकिन जो मेरे साथ हुआ, उसकी वजह से मेरा इमोशनली ब्रेकडाउन हुआ है। उल्लेखनीय है कि पेरिस ओलंपिक से बाहर होने के बाद विनेश ने एक इमोशनल पोस्ट करते हुए कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया था। हालांकि, फिर बाद में एक और लंबा चौड़ा पोस्ट लिखते हुए उन्होंने 2032 ओलंपिक तक खेलने की इच्छा जताई थी।
विनेश फोगाट ने न्यूज एजेंसी ‘एएनआई’ से बात करते हुए कहा, ”मैं पहली बार इस गांव में आई हूं। उससे पहले सुना था कि इस गांव में खिलाड़ियों के लिए बहुत काम होता है, आज देख भी लिया। लोगों में जो खेलों के प्रति प्यार है, उसे देखकर बहुत अच्छा लग रहा है। किसी भी खिलाड़ी के लिए खेल छोड़ना इतना आसान नहीं होता है। विचार मन में चल रहा है। मेरे लिए भी आसान नहीं है। जो मेरे साथ हुआ है, उसकी की वजह से मेरा इमोशनली ब्रेकडाउन हो चुका है। मेरा शरीर ठीक है, लेकिन मेरा मेंटल लेवल पूरी तरह से हिला हुआ है।”
उन्होंने आगे कहा कि जिस दिन शांत बैठूंगा, उस दिन फैसला कर सकूंगी कि भविष्य में क्या करना है। अभी लोग जो प्यार और सम्मान दे रहे हैं, वही नहीं मालूम कि उसे कैसे रिसीव करना है। कई बार लगता है कि मेडल चाहिए था, लेकिन जो प्यार लोगों से मिल रहा है, उसे देखकर लगता है कि इससे बड़ा कुछ नहीं है।
बता दें कि विनेश फोगाट का पेरिस ओलंपिक में सिल्वर मेडल पक्का हो गया था, जबकि अगर वह फाइनल में जीत जातीं तो गोल्ड मेडल मिलता। लेकिन उससे ठीक पहले जब वजन करवाया गया तो 100 ग्राम अधिक निकला, जिसकी वजह से भारतीय पहलवान बिना किसी मेडल के देश वापस आईं। इसके बाद उन्होंने सीएएस में भी सिल्वर मेडल के लिए अपील की थी, लेकिन वहां से भी उन्हें कोई सफलता नहीं मिली।
पेरिस से पिछले दिनों ही विनेश फोगाट वापस भारत लौटी हैं। दिल्ली एयरपोर्ट पर आने के बाद बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, सांसद दीपेंद्र हुड्डा समेत तमाम लोगों ने विनेश का भव्य स्वागत किया था। इसके बाद विनेश का कई गांवों में भी जमकर स्वागत सम्मान किया गया। इस बीच, विनेश ने हरियाणा के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा से भी मुलाकात की, जिसके बाद उनके हरियाणा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर लड़ने की अटकलें लगने लगीं। हालांकि, अभी चुनाव लड़ने की किसी ने भी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
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