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Israel Hezbollah War: इजरायल और हिजबुल्लाह में तनातनी के बीच हिजबुल्लाह ने रविवार (25 अगस्त, 2024) सुबह ही इजरायल पर लगभग 350 से ज्यादा मिसाइलें दागीं, जिससे मीडिल ईस्ट में फिर से युद्ध का खतरा मंडरा रहा है. हिजबुल्लाह एक शिया मुस्लिम संगठन है, जो राजनीतिक रूप से प्रभावशाली है. लेबनान में सबसे शक्तिशाली सशस्त्र बल पर इसका नियंत्रण है. ऐसा कहा जाता है कि हिजबुल्लाह को ईरान का समर्थन है. इस संगठन की स्थापना 1980 के दशक में ईरान ने इजरायल का विरोध करने के लिए की थी. 2000 के दशक में इजरायल ने लेबनान से वापसी की थी, इसके बाद हिजबुल्लाह को इजरायल को बाहर निकालने का श्रेय मिल गया तब से हिजबुल्लाह ने दक्षिणी लेबनान में हजारों लड़ाके और मिसाइलों का भंडार रखा है. वहीं, पश्चिमी देशों, इजराइल, खाड़ी, अरब देशों और अरब लीग ने इसे आतंकवादी संगठन घोषित कर रखा है. इस समय हिजबुल्लाह दुनिया का सबसे ज्यादा हथियारों से लैस संगठन है, इसे ईरान से उपकरण मिलते हैं.
लेबनान के नेता शेख हसन नसरल्लाह ने दावा किया कि उनके पास 1,00,000 लड़ाके हैं. वहीं, कुछ रिपोर्ट में कहा जाता है कि यह संख्या 20,000 से 50,000 के बीच है. थिंक टैंक के अनुसार, हिजबुल्लाह के पास 120,000-200,000 रॉकेट और मिसाइलें हैं. इनमें ज्यादातर छोटे हथियार हैं, जिनकी क्षमता सतह से सतह पर हमला करने की है. हालांकि, इजराइल के पास हिजबुल्लाह से कहीं बेहतर सेना है, लेकिन ईरान समर्थित समूह के पास 500 किमी तक की मारक क्षमता वाली मिसाइलें हैं. इन्हें नुकसान पहुंचाने के लिए इजराइल की आयरन डोम वायु रक्षा प्रणाली को बाईपास करना होगा.
हिजबुल्लाह के पास इतनी हैं मिसाइलें
हिजबुल्लाह वैसे तो दुनिया का सबसे भारी हथियारों से लैस संगठन है, जिसके कई शस्त्र तो हमास से भी अधिक विनाशकारी हैं. हिजबुल्लाह के पास 120,000-200,000 रॉकेट और मिसाइलें हैं. 2006 में इजराइल के साथ आखिरी संघर्ष के बाद से हिजबुल्लाह ने रॉकेट और मिसाइलों की संख्या को बढ़ाया था. हिजबुल्लाह के पास मानव रहित विमान प्रणाली भी है.
इजरायली सेना की संख्या हिजबुल्लाह से काफी अधिक है
सैन्य विश्लेषकों का अनुमान है कि हिजबुल्लाह के पास 30,000-50,000 सैनिक हैं, लेकिन इस साल की शुरुआत में उनके नेता हसन नसरल्लाह ने दावा किया था कि उनके समूह में 100,000 से अधिक लड़ाके और रिजर्व सैनिक हैं. 30,000 सैनिक एक्टिव हैं, 20,000 सैनिकों को रिजर्व में रखा गया है. वहीं, इजरायल के पास 169,500-634,500 सैनिक हैं. इनमें 126,000, 34,000 एयरफोर्स, 9,500 नेवी, 465,000 रिजर्व में हैं. हिजबुल्लाह के पास बेशक एडवांस हथियार हों, लेकिन वो इजराइल की मिसाइल रक्षा प्रणाली आयरन डोम को कमजोर नहीं कर पाया.
इजराइल की आयरन डोम रक्षा प्रणाली
मोबाइल वायु रक्षा प्रणाली 10 बैटरियों से बनी है, जिनमें से प्रत्येक में तीन से 4 मिसाइल लॉन्चर हैं, प्रत्येक मिसाइल की अनुमानित लागत $40,000 से $50,000 है. ये रॉकेट, मोर्टार और ड्रोन को मार गिराता हे. इजराइल ने 90% से अधिक सफलता दर का दावा किया है. हाल के महीनों में ईरान, गाजा और लेबनान से आने वाले हजारों हवाई हथियारों को इसने नष्ट किया है.
कितना ताकतवर है इजरायल?
ग्लोबल फायर पावर इंडेक्स की मानें तो इजरायल की आर्मी दुनिया की 20 सबसे ताकतवर आर्मी में से एक है. इजराइली आर्मी में 1,69,500 एक्टिव सैनिक हैं, वहीं 4,65,000 सैनिक रिजर्व यूनिट में हैं. इजरायल के कुल सैनिकों की बात करें तो देश के पास 634,500 सैनिक हैं. इजरायल के पास एक दर्जन परमाणु हथियार, 241 लड़ाकू जेट, 48 लड़ाकू हेलीकॉप्टर और 2,200 टैंक हैं. वहीं, 1200 तोपखाने और कम से कम 7 युद्धपोत और 6 पनडुब्बियां हैं. इस सब के अलावा इजरायल के पास दुनिया की दूसरी सबसे ताकतवर खुफिया एजेंसी मोसाद भी है, जो दुनियाभर में नेटवर्क के लिए जानी जाती है.हिजबुल्लाह के पास 500 किलोमीटर तक हमला करने वाली मिसाइलें हैं, लेकिन इजरायल के पास इसकी तुलना में बहुत बेहतर सैन्य शक्ति है. हिजबुल्लाह के मिसाइल को इजरायल में नुकसान पहुंचाने के लिए आयरन डोम एयर डिफेंस सिस्टम को पार करना होता है. इजरायल बिना किसी रोक के हिजबुल्लाह पर हमला करता है.
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