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जमशेदपुर के सोनारी एयरपोर्ट से उड़ा विमान मिल गया
सोनारी एयरपोर्ट से उड़ान भरे ट्रेनी विमान का पता चल गया है। भारतीय नौ सेना की ओर से चलाए गए सर्च अभियान का फल मिल गया है। बताया जा रहा है जहां पायलटों के शव मिले थे, उसी लोकेशन पर प्लेन भी मिला है। अभी प्लेन पानी में ही। उसे निकालने का प्रयास किया जा
.
लापता विमान की तलाश पिछले 100 घंटे के करीब से चल रही थी। हादसे में मारे गए ट्रेनी पायलट और ट्रेनर के शव भी चांडिल डैम से बरामद कर लिए गए हैं।
सर्च अभियान पहले एनडीआरएफ और अब इंडियन नेवी चला रही थी। घटना के पहले दो दिन एनडीआरएफ ने तलाशी ली। इसके बाद इंडियन नेवी ने मोर्चा संभाला।
शनिवार को सुबह नौ बजे से दोपहर तीन बजे के करीब तक तलाशी अभियान चलाया गया पर सफलता नहीं मिल सकी। आज सुबह से तलाशी अभियान जारी रखा गया। कुछ देर पहले विमान मिलने की जानकारी हुई है। इंडियन नेवी की टीम चार बोट की मदद से विमान को तलाश लिया।
तलाशी के दौरान टीम को डैम के पानी में समा चुके प्राचीन कोयलागड शिव मंदिर के पास नुकीला पत्थर मिला, जिसमें उसके उपकरण फंस गए। आज जब टीम तलाशी शुरू कर रही थी तब यह अंदाजा लगाया था कि इसी मंदिर के आसपास विमान हो सकता है।
चांडिल डैम से ट्रेनी पायलट और ट्रेनर का शव बरामद हो चुका है।
अलकेमिस्ट एविएशन के खिलाफ मामला दर्ज
अल्केमिस्ट एविएशन के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज की गई है। विमान हादसे में जान गंवाने वाले ट्रेनिंग पायलट शुभ्रोदीप दत्ता के पिता ने नीमडीह थाने में यह शिकायत दर्ज कराई है।
अपनी शिकायत में उन्होंने बताया है कि अल्केमिस्ट एविएशन खराब एयरक्राफ्ट का इस्तेमाल कर रहा है। पिता ने यह भी दावा किया है कि खराब एयरक्राफ्ट के इस्तेमाल के कारण ही उनकी बेटी की जान गई है।
वहीं नीमडीह थाना के मुताबिक धारा 106 के क्लाउज 1, धारा 289 बीएनएस और एयरक्राफ्ट एक्ट के तहत केस दायर किया गया है। 106 के क्लाउज वन के तहत गलत मशीनरी के कारण पानी में डूबने का मामला बना है।
भारतीय न्याय संहिता की धारा 106(1) के सजा के बारे में बताया गया है कि यदि कोई व्यक्ति लापरवाही या जल्दबाजी के कारण किसी व्यक्ति की मौत का कारण बनता है तो उस व्यक्ति को दोषी पाए जाने पर 5 वर्ष की सजा दी जा सकती है।
डीजीसीए ने घटनास्थल का निरीक्षण किया
तलाशी अभियान के क्रम में नागर विमानन महानिदेशालय के चार विंग के लोग मामले की जांच करने के क्रम में घटनास्थल की जांच की। टीम ने नौसेना और एनडीआरएफ की टीम के साथ बातचीत की।
टीम पिछले चार दिनों से जांच कर रही है। टीम सारे विमान और संबंधित दस्तावेज की जांच पूरी कर चुकी है।
अब लापता विमान मिल गया है तो इसकी जांच डीजीसीए की टीम शुरू करेगी। इस बीच डीजीसीए ने तत्काल प्रभाव से ट्रेनिंग बंद कर दी है।
पूर्व सांसद केडी सिंह ने शुरू किया था अलकेमिस्ट एविएशन
झारखंड और पश्चिम बंगाल से राज्यसभा सांसद रहे हरियाणा के कारोबारी केडी सिंह ने 2010 में सोनारी एयरपोर्ट से अलकेमिस्ट एविएशन की शुरुआत की थी। केडी सिंह के पास कई विमान थे और वे इस क्षेत्र से जुड़े हुए थे।
सोनारी एयरपोर्ट से कई साल तक केडी सिंह ने खुद एविएशन का संचालन किया। बाद में घाटा होने पर इसे बेच दिया। झारखंड के पूर्व सीएम शिबू सोरेन के पीएस (आप्त सचिव) रहे सोनारी के मनोहर पाल ने एविएशन को खरीदा था। मनोहर पाल की मृत्यु के बाद उनके बेटे मृणाल पाल एविएशन का काम संभाल रहे हैं।
ट्रेनिंग देती है अलकेमिस्ट एविएशन
अलकेमिस्ट एविएशन का संचालन अभी मृणाल पाल कर रहे हैं। इस कंपनी के पास 5 विमान हैं, जिससे पायलट ट्रेनिंग दी जाती है। इसमें एक दो सीटर और चार विमान चार सीटर हैं। हाल में अलकेमिस्ट ने 6 सीटर विमान का ऑर्डर दिया है।
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