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आतंकी मॉड्यूल अलकायदा इंडियन सबकॉन्टिनेंट के सरगना डॉक्टर इश्तियाक को गिरफ्तार कर लिया गया है। इश्तियाक राजस्थान के एक कैंप में छह आतंकियों को एके-47 चलाने की ट्रेनिंग दिला रहा था। झारखंड में अलकायदा की सक्रियता की भनक राज्य के खुफिया तंत्र को नहीं थी। गुरुवार को छापेमारी के बाद मामला तूल पकड़ने लगा है। इसके बाद लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि पुलिस का खुफिया तंत्र फेल है। दरअसल, डॉक्टर इश्तियाक आतंक पैदा करने के लिए लोगों का ब्रेन वॉश किया करता था। वह पढ़े-लिखे लोगों और अमीरों को टारगेट करता था। हजारीबाग से पकड़ा गया फैजान अपने बेटे का इलाज कराने इश्तियाक के पास पहुंचा था। लेकिन डॉक्टर ने फैजान को ‘नफरत की दवा’ देनी शुरू कर दी। ब्रेन वॉश कर उसने उसे इस मॉड्यूल का हिस्सा बना दिया।
‘नफरत की दवा’ देता था डॉक्टर इश्तियाक
हजारीबाग का फैजान अपने दूसरे बेटे की बीमारी के इलाज के दौरान डॉ इश्तियाक के संपर्क में आया था। धीरे-धीरे इश्तियाक ने उसका ब्रेन वॉश किया। वह हजारीबाग में डायपर का होलसेल व्यापार करता है। लोहसिंघना थाने के निकट ही उसका फ्लैट है। सूचना के अनुसार फैजान कम लोगों से मेलजोल रखता था, मोहल्ले वालों से भी बात नहीं करता था। मूलतः गया निवासी फैजान के माता-पिता मड़ई में घर बनाकर अलग रहते हैं।
डॉक्टर इश्तियाक दिला रहा था एके-47 चलाने की ट्रेनिंग, ‘आतंक वाले कैंप’ की कहानी
पढ़े-लिखे युवा जुड़ रहे संगठन से, फैजान भी संभ्रांत परिवार से
हजारीबाग में अब तक आधे दर्जन से अधिक संदिग्ध आतंकी पकड़े गए हैं। पढ़े-लिखे परिवारों के युवा आतंकवादियों की गिरफ्त में आ रहे हैं। हजारीबाग में हाल में पकड़ा गया फैजान भी एक संभ्रांत परिवार से है। उसके पिता अब्दुल रशिद ओडिशा में इंजीनियर थे। उसकी मां शिक्षिका रही हैं। सूचना के अनुसार फैजान ने ग्रेजुएशन तक शिक्षा पाई है। फिर वह व्यापार में जुट गया। एनआईए की टीम ने हजारीबाग कटकमसांडी निवासी पेलावल थाना क्षेत्र के मोहम्मद नसीम उर्फ मोहम्मद मोहसिन को भी 10 वर्ष पहले गिरफ्तार किया था। नसीम ने बेंगलुरु में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। शहनवाज की भी पढ़ाई इंजीनियरिंग की हुई थी।
मुफ्ती के आतंकी संगठन से जुड़े होने पर लोग हैरान
रांची का चान्हो प्रखंड किडनी कांड के बाद एक बार फिर चर्चा में है। इस बार पकड़े गए लोगों के आतंकी संगठन से जुड़े होने पर स्थानीय लोग हैरान हैं। तीन दिन पहले झारखंड एटीएस और दिल्ली पुलिस की टीम चान्हो के तीन लोगों को गिरफ्तार की। इसमें चान्हो के चटवल से मुफ्ती रहमतुल्लाह, बालसोकरा से रिजवान बाबर और पीराटोली से मुतिउर्हमान को गिरफ्तार किया गया है।
रहमतुल्लाह गांव में चार साल से चला रहा था मदरसा
एटीएस की टीम ने तीनों के पास से मोबाइल और लैपटॉप जब्त किए हैं, जिसकी फॉरेंसिक जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में युवाओं को मोटिवेट कर उसे आतंकी संगठन से जोड़ने की बात सामने आयी है। मदरसे के आसपास रहने वाले लोगों के अनुसार किसी को यकीन ही नहीं है कि रहमतुल्लाह आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होगा, क्योंकि पिछले लगभग चार सालों से वह केवल मदरसा चलाने में लगा हुआ था। लगभग छह माह पूर्व ही उसकी शादी हुई है। मुफ्ती की उपाधि लेने के बाद वह गांव में लगभग चार वर्ष पूर्व से मदरसा चला रहा था।
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