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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को कहा कि राज्य में भगवान कृष्ण की लीलाओं से जुड़े स्थानों को तीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा। यादव ने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के लिए इंदौर में आयोजित नागरिक अभिनंदन समारोह में यह बात कही।
कार्यक्रम में यादव ने कहा, ‘हमने तय किया है कि भगवान कृष्ण के चरण राज्य में जहां-जहां पड़े थे, हम उन स्थानों को तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करेंगे।’
सीएम ने बताए चार जगहों के नाम
मुख्यमंत्री ने कहा कि पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक राज्य में भगवान कृष्ण की लीलाओं से जुड़े स्थानों में इंदौर जिले का जानापाव, उज्जैन का सांदीपनि आश्रम और नारायणा गांव और धार जिले का अमझेरा शामिल हैं।
‘मथुरा में श्रीकृष्ण के मुस्कुराने का इंतजार’
समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हर घर राम एवं हर घर रामायण के साथ-साथ अब हर घर कृष्ण एवं गीता भी पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा कि जैसे अयोध्या में श्रीराम मुस्कुरा रहे हैं, वैसे ही अब हम पलक-पांवड़े बिछाकर मथुरा में भगवान कृष्ण के मुस्कुराने का इंतजार कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने उज्जैन के सांदीपनि आश्रम में शिक्षा ग्रहण की। भगवान श्रीकृष्ण को सुदर्शन चक्र भी मध्यप्रदेश की भूमि जानापाव से ही मिला। इसी तरह भगवान श्रीराम का चित्रकूट से गहरा नाता रहा है।
सीएम बोले- MP का अयोध्या से गहरा नाता
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘अयोध्या में 500 साल के संघर्ष के बाद राम जन्मभूमि पर मंदिर बन सका। मध्यप्रदेश का अयोध्या से भी गहरा संबंध है क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि बाबर ने अयोध्या में जिस 2,000 साल पुराने राम मंदिर को ध्वस्त किया था, उसे राज्य के मालवा अंचल की प्राचीन उज्जैन नगरी के सम्राट विक्रमादित्य ने बनवाया था।’
नृत्य गोपाल दास की तारीफ की
डॉ. यादव ने राम मंदिर आंदोलन में महंत नृत्य गोपाल दास के कठिन संघर्ष की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने सनातन संस्कृति की धरोहर को सहेजने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। कार्यक्रम में महंत श्री नृत्य गोपाल दास महाराज का पाद पूजन और शाल श्रीफल भेंट कर अभिनंदन किया गया। उन्हें अभिनंदन पत्र भी भेंट किया गया।
‘राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा को जीवनभर नहीं भूलेंगे’
यादव ने महंत नृत्य गोपाल दास महाराज के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि श्रीराम मंदिर आंदोलन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उनके अथक प्रयासों से ही हमें भगवान श्रीराम के विग्रह के दर्शन का अवसर अयोध्या में मिल रहा है। ऐसे संतों का अभिनंदन कर हम गौरवान्वित हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के माध्यम से राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा अद्भुत पल था और वह जीवन भर इस दृश्य को नहीं भूलेंगे।
मुख्यमंत्री ने एक अन्य कार्यक्रम में कहा कि प्रदेश सरकार इंदौर, उज्जैन, देवास और धार जिलों के स्थानों को मिलाकर मेट्रोपोलिटन सिटी बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है और बहुत जल्द इस क्षेत्र का नाम घोषित किया जाएगा।
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