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Zelensky To PM Modi: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने शुक्रवार (23 अगस्त, 2024) को भारत पर आरोप लगाए कि वह कच्चे तेल की खरीद के जरिए रूस की युद्ध अर्थव्यवस्था बनाए रखने में मदद करता है. उन्होंने इसके साथ ही नई दिल्ली से कीव के चल रहे शांति प्रयासों की सफलता सुनिश्चित करने में बड़ी और अहम भूमिका निभाने की भी अपील की.
वोलोदिमिर जेलेंस्की ने पीएम मोदी के साथ बातचीत के बाद मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मॉस्को की यात्रा की थी. इस दौरान रूस ने यूक्रेन में बच्चों के सबसे बड़े अस्पताल पर हमला किया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत या उनके नेताओं का सम्मान नहीं करते हैं.
भारत ऐसा क्या करेगा कि रूस को हो जाएगी परेशानी?
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि भारत बहुत बड़ा देश है और रूसी अर्थव्यवस्था पर भारत का बहुत बड़ा प्रभाव है. तेल खरीद के बारे में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ खुलकर बात की कि रूस को इससे एक बहुत बड़ी आए हो रही है, जो उनकी सेना को वित्तपोषित करने में मदद करती है. भारत की भूमिका पर जेलेंस्की ने कहा कि अगर भारत तेल का आयात बंद कर देंगा तो पुतिन के सामने सबसे बड़ी चुनौती खड़ी हो जाएगी. प्रधानमंत्री मोदी पुतिन से ज्यादा शांति चाहते हैं और समस्या ये है कि पुतिन शांति नहीं चाहते.
बिना बातचीत के हल नहीं निकल सकता
भारत की ओर से शुक्रवार को कहा गया कि यूक्रेन में इस संघर्ष का हल रूस से बातचीत किए बिना नहीं हो सकता है. पीएम मोदी ने यूक्रेनी राष्ट्रपति से कहा कि वह शांति के पक्ष में है. उन्होंने बताया कि वह 140 करोड़ भारतीयों और वैश्विक दक्षिण देश से शांति का संदेश लेकर आए हैं. रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत से ही हल निकाला जा सकता है. हल का रास्ता कूटनीति और बातचीत से निकलता है और इसके लिए समय बर्बाद नहीं करना चाहिए. पीएम मोदी ने यूक्रेनी राष्ट्रपति के साथ बैठक की शुरुआत में कहा कि दोनों पक्षों को एक साथ बैठकर संकट की इस घड़ी से बाहर निकालने के लिए तरीके तलाशने की जरूरत है.
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