[ad_1]
उदयपुर-पिंडवाडा नेशनल हाइवे 27 पर होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने दुर्घटना संभावित क्षेत्रों ( ब्लैक स्पॉट) के सुधारीकरण व निवारण के लिए करीब 99 करोड़ 50 लाख रुपए की स्वीकृत जारी की है।
.
इस संबंध में स्वीकृति पत्र उदयपुर के सांसद डॉ. मन्नालाल रावत को मिल गया है। सांसद रावत ने इस संबंध में केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के उदयपुर में जीएसटी कार्यालय के नए भवन के लोकार्पण समारोह में यह जानकारी देते हुए कहा था कि आज ही के दिन केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय से पिंडवाडा हाइवे के लिए राशि स्वीकृति का पत्र मिला है।
सांसद रावत ने लोकसभा में शपथ लेने से पहले 20 जून को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को इस संबंध में एक पत्र सौंपा था। जिसमें बताया गया था कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 27 एवं राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 48 में कुछ स्थान दुर्घटना की दृष्टि से ब्लैक स्पॉट बन चुके हैं जिनका तत्काल समाधान, निराकरण एवं सुधारीकरण आवश्यक है।
ये ब्लैक स्पॉट जहां होते है अमूमन हादसे
- गोगुंदा गांव के निकट
- जामुडिया की नाल
- जगालिया मोड (गोगुंदा)
- पिका / बेकरिया मार्ग
ये होगा अब काम
- ब्लैक स्पॉट के वहां जहां जरूरत वहां सर्विस रोड बनाएंगे
- जंक्शन में सुधार करेंगे
- यातायात संकेत लगाने के साथ ही सुरक्षा के प्रबंध करेंगे
- पहाड़ी वाले क्षेत्र पर सुरक्षा पर प्रबंध
गोल्डन ऑवर में नहीं मिलता इलाज
इस हाइवे पर इन ब्लैक स्पॉट पर आए दिन हादसे होना आम हो गया था। हादसे के बाद लोगों की जान जाने का कारण मात्र इतना सा है कि गोल्डन ऑवर में घायलों को इलाज नहीं मिलना है। हाइवे पर कई तकनीकी खामियां है जिसको कई हादसे होने के बाद भी ठीक नहीं किया गया। सांसद बनने के बाद रावत से गोगुंदा क्षेत्र के लोग मिले और बताया था कि ये हाइवे लोगों की जान ले रहा है।
मौत का हाईवे बनने के ये बड़े कारण भी
- ब्लैक स्पॉट खतरनाक हो गए
- हाईवे पर लम्बे-लम्बे ढलान
- तेज रफ्तार से गाड़ी चलाना
- भारी वाहनों के ढलान में न्यूटल पर गाड़ी चलाना
- वाहन चालकों के शराब के नशे में
दैनिक भास्कर ने भी उठाया था मुद्दा ..
उदयपुर-पिंडवाड़ा NH पर लगातार हो रहे हादसे:एक महीने में गई 12 की जान, टाइम पर नहीं आती हाइवे एंबुलेंस (पढ़े पूरी खबर)
[ad_2]
Source link