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मध्य प्रदेश के छतरपुर शहर में 21 अगस्त को सिटी कोतवाली में प्रदर्शन करने पहुंची मुस्लिमों की भीड़ द्वारा की गई पत्थरबाजी के खिलाफ अब पुलिस का ऐक्शन शुरू हो गया है। पुलिस ने इस मामले में वीडियो फुटेज के आधार पर 46 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर की है जबकि 150 अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी गई है।
गुरुवार की शाम को पुलिस ने कोतवाली में पथराव करने वाले लगभग 30 आरोपियों को हिरासत में लेकर उन्हें न्यायालय में पेश कर दिया। पुलिस इन आरोपियों को कोतवाली से न्यायालय तक पैदल लेकर पहुंची। आरोपी पुलिस हिरासत में नारे लगाते हुए आगे बढ़ रहे थे। नारे के रूप में आरोपी कह रहे थे कि पत्थर फेंकना पाप है, पुलिस हमारा बाप है। पुलिस ने सभी आरोपियों को न्यायालय ले जाकर पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
इस मामले में आरोपी बनाए गए मुस्लिम समाज के पूर्व सदर हाजी शहजाद अली सबसे पहले पुलिस के निशाने पर आए। पुलिस और प्रशासन ने मस्तान शाह कॉलोनी नया मोहल्ले में हाजी शहजाद अली के द्वारा बनाई गई लगभग 5 करोड़ रुपये कीमत की 20 हजार स्क्वायर फिट वाली आलीशान हवेली को अवैध बताकर जमींदोज कर दिया।
उल्लेखनीय है कि 21 अगस्त की दोपहर थाने में किए गए इस पथराव में टीआई अरविंद कुजूर सहित दो पुलिसकर्मी जख्मी हुए थे। मुस्लिमों की यह भीड़ महाराष्ट्र के नासिक में महंत रामगिरि द्वारा पैगम्बर साहब के खिलाफ दिए गए एक आपत्तिजनक बयान के खिलाफ एफआईआर कराने के लिए कोतवाली में जमा हुई थी और तभी अचानक भीड़ ने पुलिस थाने में पथराव शुरू कर दिया था। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर जारी किए अपने बयान में इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे।
इसके बाद पुलिस ने ऐक्शन लेते हुए हाजी शहजाद अली के द्वारा मस्तान शाह कॉलोनी में एक नई हवेली को जमींदोज कर दिया। हालांकि वे अपने चार भाइयों सहित इस हवेली में शिफ्ट होने वाले थे, लेकिन फिलहाल यहां कोई नहीं रहता था। हवेली दो मंजिला इमारत के रूप में 20 हजार स्क्वायर फिट में आलीशान तरीके से बनाई गई थी। हवेली के भीतर तीन चार पहिया वाहन, एक बुलेट भी मौजूद थी, वे भी ध्वस्त हो गईं। हवेली में मौजूद एक बेडरूम के भीतर दो राईफलें बरामद हुईं, जिन्हें जब्त कर लिया गया।
इन पर दर्ज हुई एफआईआर…
पुलिस थाने पर किए गए पथराव में सिटी कोतवाली के सब इंस्पेक्टर राहुल तिवारी ने फरियादी बनकर एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर में मुस्लिम समाज के सदर जावेद अली, पूर्व सदर शहजाद हाजी, अंजान उर्फ अंजार राईन, यूसुफ, अरमान, जुगनू खान उर्फ गुलाम, सोनू खान, रफत खान, यूसुफ जरेला, यूसुफ बाबा, तौफीक, जावेद उर्फ मुंट, मुकीम, यूसुफ का भाई राजा, आजाद राईन, लकी, इरफान, मेहताब, रिजवान खान, अहमद चौधरी, सद्दाम, महफूज, आजाद अली, मौलाना इरफान चिश्तीन, पूर्व सदर शहजाद हाजी का लड़का सोनू एवं मोनू, नाजिम चौधरी, मौलाना इरफान, तवरेज खान, मुख्त्यिार स्वीमिंग पूल वाला, विलाल खान, मोहम्मद जुनैद, तारिक अली, शकील सौदागर, सलमान खान, अजान खान, फैजान खान, अल्तमेश राईन, अल्पेश राईन, शहबाज चौधरी, सद्दू , नईम खान, फिरोज पठान, मुदस्सर फर्नीचर की दुकान वाला, दानिश, जीशान सहित 150 अज्ञात लोग शामिल हैं।
इन आरोपियों पर धारा 109(1), 191(2), 191(3), 190, 115(2), 296, 121(1), 132, 324(4), 95, अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति 3(2) (वीए) सहित अन्य संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
छतरपुर में बिगड़े हालातों के बाद कमिश्नर वीरेन्द्र रावत और आईजी प्रमोद कुमार ने कोतवाली का निरीक्षण किया। यहां मीडिया से बातचीत में दोनों अधिकारियों ने कहा कि पूरे मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। एसपी अगम जैन ने भी कहा कि अपराधियों को चिन्हित कर उनकी अवैध संपत्तियों की जांच कराई जाएगी। इन पर रासुका और जिला बदर जैसी कार्रवाई भी करेंगे। जिन लोगों के पास शस्त्रों के लाइसेंस हैं, उन्हें भी निरस्त कराया जाएगा।
रिपोर्टः जयप्रकाश
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