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दिल्ली के साथ साथ एनसीआर के शहरवासियों को दो दिन कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। दिल्ली एनसीआर में ऑटो टैक्सी यूनियनों ने दो दिन के चक्काजाम का ऐलान किया है। ऑल दिल्ली ऑटो टैक्सी ट्रांसपोर्ट कांग्रेस यूनियन ने चक्का जाम की कॉल की है। इसमें दिल्ली एनसीआर की 14 यूनियनें शामिल हो रहीं हैं। ऑटो टैक्सी यूनियनों ने ऐप-आधारित कैब सेवाओं (ओला और उबर जैसी सेवाओं) के विरोध में गुरुवार से हड़ताल की घोषणा की है।
ऑटो टैक्सी ड्राइवरों की ओर से 22 और 23 अगस्त को बुलाई गई इस हड़ताल का असर दिल्ली के साथ एनसीआर के अन्य शहरों में भी दिखेगा। दिल्ली एनसीआर की इन ऑटो टैक्सी ट्रांसपोर्ट यूनियनों का दावा है कि उनकी ओर से मुद्दे को उठाए जाने के बावजूद ना तो केंद्र और ना ही राज्य सरकारों ने ध्यान दिया है। केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से समस्याओं को सुलझाने के लिए कोई कदम उठाया है।
जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि आप सभी को मालूम है कि ऑल दिल्ली ऑटो टैक्सी कांग्रेस यूनियन के आह्वान पर ऑटो टैक्सी संगठनों ने दिल्ली एनसीआर में 22 और 23 अगस्त को दिल्ली एनसीआर में दो दिवसीय चक्काजाम की कॉल की है। इसके समर्थन में दिल्ली ऑटो टैक्सी कांग्रेस यूनियन के साथ तमाम ऑटो टैक्सी संगठनों के पदाधिकारी जंतर मंतर 22 अगस्त को अपनी मांगों को लेकर बैठेंगे। दिल्ली पुलिस की ओर से भी इस धरना प्रदर्शन को लेकर अनुमति मिल गई है।
दिल्ली ऑटो टैक्सी ट्रांसपोर्ट कांग्रेस यूनियन के अध्यक्ष किशन वर्मा ने कहा- हम काफी समय से केंद्र और राज्य सरकारों और परिवहन विभागों को ओला और उबर जैसी कंपनियों के बारे में लिख रहे हैं। हमारी सुनवाई नहीं हो रही है। ये कंपनियां अपना पक्ष रखती हैं और सरकार अपना पक्ष रखती है, लेकिन यह पूरा कारोबार चंदे के खेल की तरह चल रहा है। हम आजिज आ चुके हैं। अब हम इस खेल को खत्म करने की मांग कर रहे हैं।
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