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– 165वें आयकर दिवस के अवसर पर मंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य प्रत्यक्ष कर व्यवस्था को सरल बनाना नई दिल्ली। प्रमुख संवादददाता
भारत में प्रत्यक्ष कर व्यवस्था को सरल और पारदर्शी बनाने में आयकर विभाग की भूमिका काफी अहम रही है। बुधवार को 165वें आयकर दिवस पर विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विभाग के कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि आज फेस लैस प्रत्यक्ष कर संग्रह सिर्फ आप लोगों के प्रयासों से संभव हो पाया है। इतना ही नहीं, 72 फीसदी लोगों ने आयकर रिटर्न भरते हुए नई आयकर व्यवस्था (न्यू रिजीम) को अपनाया है, जो विभाग के प्रयासों से संभव हो पाया है। यह विभाग के लिए बड़ी उपलब्धि से कम नहीं है।
वित्त मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार और प्रधानमंत्री का स्पष्ट नजरिया है कि लोगों को साधारण व्यवस्था मुहैया कराई जाए, जिससे करदाताओं को कोई परेशानी न हो। इसलिए पहले भी तमाम बदलाव किए गए हैं और आगे भी कई बड़े बदलाव किए जाने हैं। इस मौके पर केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि विभाग द्वारा डिजिटल पहल के तौर पर ऑनलाइन फाइलिंग और ई-सत्यापन से करदाताओं के लिहाज से प्रक्रिया को सरल और अनुकूल बनाने का काम किया है। उन्होंने आह्वान किया कि विभाग कर आधार बढ़ाने और कर दायित्वों को सही से पूरा करने की दिशा में काम करे। केंद्रीय राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा ने कहा कि विभाग ने कर संग्रह की दिशा में बेहतर काम किया है। करदाताओं के लिए कई अहम बदलाव भी किए गए हैं। सारे सिस्टम को डिजिटिल बनाया गया है, जिससे आयकर रिटर्न भरने से लेकर सारी प्रक्रिया आसान हुई है। विभाग सामाजिक भागेदारी और आर्थिक विकास के प्रति पूरी तरह से समर्पित है।
आयकर अधिनियम की समीक्षा काम तय समय पर होगा पूरा
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के चेयरमैन रवि अग्रवाल ने कहा कि हमारे पास आयकर अधिनियम- 1961 की व्यापक समीक्षा का महत्वपूर्ण काम है। इसका उद्देश्य मुकदमेबाजी को कम करना और करदाताओं को कर निश्चितता प्रदान करना है। यह काम छह महीनों की निर्धारित समयसीमा में पूरा कर लिया जाएगा। अग्रवाल ने कहा कि सीबीडीटी ने इसके लिए मिशन अंदाज में काम शुरू कर दिया है। विभाग निरंतर करदाताओं को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने की दिशा में काम कर रहा है। इसके साथ ही आयकर संग्रह बढ़ाने पर भी हमारा ध्यान रहा है। इसी का नतीजा है कि बीते वित्तीय वर्ष में प्रत्यक्ष कर संग्रह में 17.7 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। अब लोग आयकर रिटर्न दाखिल करने के लिए नई व्यवस्था (न्यू रिजीम ) को पसंद कर रहे हैं।
डाक टिकट भी जारी किया…
स्थापना दिवस पर माई स्टैंप नाम से डाक टिकट जारी किया गया। यह टिकट चाणक्य के अर्थशास्त्र से आधुनिक काल तक के कराधान विकास और देश के विकास में इसकी भूमिका को दर्शाता है। उधर,आयकर विभाग से जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर सेवा देने वाले अधिकारियों को सीबीडीटी उत्कृष्ट प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
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