बांग्लादेश में हिंदुओं पर बर्बरता को लेकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय विचार मंच दुद्धी द्वारा गोष्ठी का आयोजन , बांग्लादेश की खुशहाली आजादी में हिंदुओं की अहम भूमिका के बाद बर्बरता दुःखद व चिंतनीय , भारत की एकता अखंडता को लेकर भारत सरकार के साथ है पुरा देश , , दुद्धी सोनभद्र तहसील अंतर्गत होटल ग्रीन स्टार में पंडित दीनदयाल उपाध्याय विचार मंच दुद्धी के तत्वावधान में भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंदुओं पर बर्बरता ,हत्या व दुराचार की घटना पर आधारित एक विचार एवं गोष्ठी का आयोजन होटल ग्रीन स्टार दुद्धी में किया गया । विचार मंच ककी अध्यक्षता डॉक्टर लवकुश प्रजापति द्वारा किया गया । विचार मंच में गोष्ठी के दौरान कहा गया कि भारत देश “सर्वे भवंतु सुखिनः , सर्वे संतु निरामया, सर्वे भद्राणि पश्यंतु , मां कश्चित दुख भाग भवेत। “की अवधारणा व महात्मा बुद्ध के पंचशील के सिद्धांत पर चलने वाला देश है। गुरुकुल व विश्व गुरु का प्राचीन देश भारत अपने सिद्धांत नीतियों पर चलते हुए सभी पड़ोसी देशों के साथ आर्थिक , सामाजिक , सामरिक कला, संस्कृति के साथ सुख दुख में सदा बड़े और सहयोगी देश की भूमिका अदा करते आ रहा है । वैश्विक महामारी करोना में जिस प्रकार विश्व को वैक्सीनेशन एवं दवा प्रदान कर जनधन की त्रासदी से बचाया यह सर्व विदित है साथ ही बांग्लादेश का पाकिस्तान से युद्ध से आजादी दिलाने में भारत सरकार की भूमिका महत्व पुर्ण रहीं। जिसमें बांग्लादेश के हिंदुओं की अहम भूमिका देश निर्माण में रहा है परंतु वर्तमान तख्तापलट के साजिश में हिंदू संप्रदाय के लोगों को जिस प्रकार से उन्मादी जिहादी मानसिकता के कट्टरपंथियों द्वारा व्यवहार किया गया। वह सामान्य घटना नहीं अपितु एक हिंदुओं के प्रति बड़ी साजिश है । जिसका भारत ही नहीं अपितु विश्व के कोने-कोने में भर्त्सना ,आंदोलन, धरना प्रदर्शन कर विश्व को अवगत कराने का काम हिंदू समाज ने कर दिया है । किसी भी संकट से निपटने के लिए सरकार के साथ पंडित दीनदयाल उपाध्याय विचार मंच कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करने को कटिबद्ध है । विचार मंच ने आगाह किया कि देश की एकता अखंडता को अक्षुण्य बनाए रखने के लिए दलगत राजनीति , विभिन्न क्षेत्रवाद , जातिवाद से दूर देश के साथ एकजुट रहे । बांग्लादेश में जिस प्रकार से उन्मादी गैंग कट्टरपंथियों के इशारे पर कार्य विश्व के कोने कोने में कर रही है । यह किसी जाति को पूछ कर शिकार नहीं बनाया जा रहा अपितु हिंदुओं , सिखों ईसाइयों , बौद्ध जैन आदि संप्रदाय को भी परेशान किया जा रहा है । जिस बांग्लादेश के कट्टरपंथी अपने प्रधानमंत्री शेख हसीना को तख्तापलट कर भारत में निर्वासीत शरणार्थी की भूमिका में शरण मिला । संकट के समय में भारत ने विशाल हृदय दिखाते हुए शरण दिया। भारत बहुधा ,विविधता का संस्कृति लेकर सभी धर्म को संरक्षण संविधान द्वारा प्रदान मजबूती से कराती है । गोष्ठी में वक्ताओं में विचार मंच के अध्यक्ष डॉ लवकुश प्रजापति , चेयरमैंन दुद्धी कमलेश मोहन ,संरक्षक नंदलाल गुप्ता एडवोकेट, रामेश्वर प्रसाद राय, प्रेमचंद यादव एडवोकेट, डॉक्टर लखन राम जंगली , विंध्यवासिनी प्रसाद , डॉ विनय कुमार श्रीवास्तव , डॉ संजय कुमार, डॉ राजबहादुर सिंह, सिविल बार अध्यक्ष विष्णु कांत तिवारी एडवोकेट, शिव शंकर प्रसाद गुप्ता एडवोकेट , उपेंद्र तिवारी एडवोकेट, उमेशचंद्र एडवोकेट,ग्राम प्रधान मल्लदेवा प्रतिनिधि निरंजन जायसवाल , सभासद राकेश आजाद, अजय धनेन्द्र जयसवाल एडवोकेट,अनमोल अग्रहरि आदि द्वारा विचार व्यक्त किया गया । प्रारंभ पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर पुष्प धूप अर्पित कर किया गया । जबकि गोष्ठी का संचालन विचार मंच महामंत्री जितेन्द्र कुमार चन्द्रवंशी द्वारा किया गया ।