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Pakistan Parliament: पाकिस्तान की नई सरकार पिछले कई महीनों से गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रही है. ऐसे में पाकिस्तान को चीन, सऊदी अरब और आईएमएफ के सामने बार-बार झोली फैलानी पड़ रही है. इसके साथ ही पाकिस्तान की राजनीतिक अस्थिरता समाप्त होने का नाम नहीं ले रही है. जिन्ना के देश में महंगाई इस कदर बढ़ गई है, कि लोगों को दो टाइम के भोजन में भी समस्या आ रही है. दूसरी तरफ पाकिस्तान ने गधों के मामले रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी की है. इसके अलावा पाकिस्तान अब अपनी संसद में 12 लाख की लागत से बिल्ली तैनात करने की योजना बना रहा है. यहां समझते हैं कि आखिर कंगाल पाकिस्तान बिल्लियों पर 12 लाख क्यों खर्च करने जा रहा है.
पाकिस्तानी मीडिया ने बताया कि एक असामान्य कदम उठाते हुए पाकिस्तान की सरकार संसद में बिल्लियां तैनात करेगी. क्योंकि संसद के अंदर चूहों की संख्या बढ़ गई है और वे काफी नुकसान कर रहे हैं. इन चूहों से निपटने के लिए संसद में बिल्लियों को तैनात किया जाएगा, इसके लिए 12 लाख का बजट निर्धारित किया गया है. संसद में बिल्लियों को तैनात करने का फैसला पाकिस्तान की कैपिटल डेवलपमेंट अथॉरिटी ने लिया है. इसके साथ ही खास किस्म की चूहादानी लगाने का फैसला किया गया है, जिसे संवेदनशील इलाकों में चूहों को एंट्री को रोका जा सके.
पाकिस्तान चीन को करता है गधों का निर्यात
दूसरी पाकिस्तान गधों की संख्या के मामले में भी जाना जाता है. मौजूदा समय में पाकिस्तान गधा पालने के मामले में तीसरे स्थान पर है, जबकि उसका दोस्त चीन पहले स्थान पर है. पाकिस्तान में 2023-24 के इकोनॉमिक सर्वे में बताया गया है कि देश के अंदर 59 लाख गधे हैं. इसके पहले के सालों में पाकिस्तान के अंदर इतनी अधिक संख्या में गधे नहीं थे. डॉन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन पाकिस्तान से गंधों का आयात करता है. रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान हर साल चीन को औसतन 5 लाख गधे निर्यात कर देता है. इसके बावजूद पाकिस्तान के अंदर गंधों की भरमार है. रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन से लगातार आ रही भारी डिमांड की वजह से पाकिस्तान में गधों की संख्या बढ़ रही है.
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