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कांग्रेस सांसद पवन खेड़ा ने प्रधानमंत्री को नसीहत देते हुए बड़ा बयान दिया है। पवन खेड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री को अब यह समझ लेना चाहिए कि अब वो कोएलेशन की सरकार में हैं। अब वो अकेले बादशाह बनकर जो मन में आया निर्णय ले लें, ऐसा नहीं हो सकता है। उन्होंने ऐसे कई मौके गिनाए जब प्रधानमंत्री जी ने अकेले निर्णय लिए। हालिया और पिछले उदाहरणों को गिनाते हुए उन्होंने इसके लिए नसीहत भी दी। आइए जानते हैं कि उन्होंने और क्या कुछ कहा।
कांग्रेस सांसद पवन खेड़ा ने केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री को नसीहत दे दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को समझ लेना चाहिए कि वो अब कोएलेशन की सरकार में हैं। वो अब अकेले बादशाह बनकर जो मन में आए निर्णय ले लें, ऐसा नहीं कर सकते। उन्होंने इस मामले में नसीहत देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री को कम से कम अपने पार्टनर्स के साथ सलाह मशवरा करके ही कोई कदम उठाना चाहिए।
सांसद पवन खेड़ा ने ऐसा कहते हुए पिछले और हालिया कदमों को गिनाया। उन्होंने कहा कि पहले नोटबंदी कर दी, अभी वक्फ के दौरान जब एमेंडमेंट लाया गया तो नायडू जी और नीतीश जी उसके विरोध में थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को सोच-समझ कर अपने लोगों के साथ सलाह मशवरा करके निर्णय लेना चाहिए।
आपको बता दें कि देश की सरकारी मशीनरी में 45 पदों को लेटरल एंट्री के जरिए भरा जा रहा है। इसे लेकर पक्ष-विपक्ष में तनातनी बनी हुई है। इसी मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने वर्तमान एनडीए सरकार से अलग स्टैंड लिया था। उन्होंने कहा था कि सरकारी नियुक्तियां कोई भी हों, उसमें आरक्षण के प्रावधान को ध्यान में रखना चाहिए। इसमें नहीं रखा गया है। मैं खुद सरकार का हिस्सा हूं और मैं सरकार के समक्ष रखूंगा।
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