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नई दिल्ली: असमिया फिल्म ‘सिकार’ का निर्देशन करने वाले निर्देशक देबांगकर बोरगोहेन ने फिल्म की टीम को यूके का वीजा नहीं मिलने पर खुलकर बात की. निर्देशक ने कहा कि वह केवल एक फिल्म बनाना चाहते थे, लेकिन ब्रिटेन में उन्हें 10 साल के लिए बैन कर दिया गया. फिल्म में ‘या अली’ फेम जुबीन गर्ग और एक्टर आदिल हुसैन हैं. उन्हें और उनकी टीम को कोलकाता में यूके वीजा कार्यालय ने वीजा देने से इनकार कर दिया.
फिल्म ‘सिकार’ की लीड एक्ट्रेस ध्यानी मोहन को भी वीजा नहीं दिया. निर्देशक ने उसी के बारे में बात करते हुए कहा, “मैं सिर्फ एक कहानी बताना चाहता था, लेकिन यह प्रक्रिया एक ऐसे सिस्टम के खिलाफ लड़ाई बन गई जो इस फिल्म को बनाने की हमारी क्षमता पर सवाल उठाती नजर आई.” लंदन में स्थित निर्माता सैम भट्टाचार्जी ने तत्कालीन संसद सदस्य इयान स्मिथ से सहायता मांगी, लेकिन उनका हस्तक्षेप भी वीजा नहीं दिला सका. भट्टाचार्जी ने याद करते हुए कहा, “यह एक अजीब और निराशाजनक अनुभव था. लेकिन हमने उन चुनौतियों को प्रेरणा में बदल दिया ताकि जो संभव है उसी से काम चलाया जा सके”.
सैम भट्टाचार्जी ने की थी शूटिंग में मदद
चूंकि वीजा की अस्वीकृति और 10 साल के प्रतिबंध के कारण फिल्म के निर्देशक यूके की यात्रा नहीं कर सके, इसलिए फिल्म के यूके पार्ट की शूटिंग सैम भट्टाचार्जी ने की. इन बाधाओं के बावजूद ‘सिकार’ को 4-5 प्रोडक्शन शेड्यूल के माध्यम से पूरा किया गया, जिससे यह असमिया सिनेमा के इतिहास में सबसे अधिक वीएफएक्स फिल्म बन गई. फिल्म का निर्माण ब्रिटिश कंपनी यूनिकॉर्न मोशन पिक्चर्स द्वारा किया गया था, पोस्ट-प्रोडक्शन का काम डू इट क्रिएटिव लिमिटेड द्वारा संभाला गया था. सैम भट्टाचार्जी ने कहा, ”सिकार’ एक फिल्म ही नहीं है; यह एक स्टेटमेंट है. यूके में बड़े पैमाने पर शूट और निर्मित होने वाली पहली असमिया फिल्म के रूप में यह अपनी टीम के जुझारूपन और रचनात्मकता को बयां करती.” अब यह फिल्म 20 सितंबर को रिलीज होगी.
FIRST PUBLISHED : August 19, 2024, 20:32 IST
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