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जमशेदपुर के टेल्को थाना क्षेत्र के प्रेमनगर में ग्रेजुएट कॉलेज की छात्रा की उसके ससुराल में फंदे से लटकती लाश मिली। मायके वालों ने आरोप लगाया है कि उसकी हत्या के बाद फंदे से लटका दिया गया। उसके हाथ और पैर बंधे थे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। मृतका राखी गोराई (19) के भाई आकाश गोराई ने बहन की हत्या कर शव को लटकाने का मामला थाने में दर्ज कराया है।
भाई ने बताया कि उसकी बहन का जन्मदिन 19 अगस्त को था, जिसके लिए वह अपनी मां के साथ शुक्रवार को बाजार गया था। बाजार से लौटकर वह घर आ चुका था। वहीं, मां बाजार से घर नहीं लौटी थी। वह बहन के लिए मोबाइल खरीदने बाजार में रुक गई थी। इस दौरान उसकी मां बहन को फोन कर रही थी, फोन नहीं उठाने पर युवती की मां ने पड़ोस में फोन कर उसे देखने की बात कही। तभी पड़ोस में रह रहे परिवार ने बताया कि घर का मुख्य दरवाजा खुला है और राखी फंदे से लटकी हुई है।
उसके दोनों हाथ और पैर रस्सी से बंधे हैं। इसकी सूचना पड़ोसियों ने उसकी मां को दी। तभी अन्य परिवार के सदस्य घर लौटे तो देखा कि उनकी बेटी फंदे से लटकी है। आनन-फानन में परिजनों ने युवती को फंदे से उतारकर टीएमएच पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया गया। सूचना मिलने के बाद पुलिस पहुंची और कमरे का मुआयना कर प्रदर्शों को जब्त किया।
यह भी जानिए: मानगो में विधवा भाभी को कमरे में बंद किया, हंगामा
मानगो के बैकुंठनगर रोड नंबर 4 में विधवा सुनीता देवी को जलाने का प्रयास किया गया। उसे कमरे में बंद कर दिया गया था। बाद में पुलिस और स्थानीय समाजसेवियों के हंगामा करने पर मामला सुलझा। सुनीता ने जलाने की साजिश का आरोप देवर अमरेंद्र सिंह और देवरानी पर लगाया गया है।
बताया जा रहा है कि दोनों विधवा भाभी को कई दिनों से शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के साथ-साथ मारपीट भी कर रहे थे। शनिवार को कमरे में बंद कर उसे जलाने की योजना थी। उसे कमरे में बंद कर सभी फरार हो गए थे। सुनीता ने बताया कि 3-4 दिन पूर्व ही मानगो थाने में घटना की लिखित शिकायत भी की गई थी। बावजूद पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। किसी तरह लोगों ने मिलकर उसे कमरे से बाहर निकाला। इस दौरान हंगामा होता रहा।
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