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नई दिल्ली, एजेंसी। सुप्रीम कोर्ट में दो अलग-अलग याचिकाओं में मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक महिला डॉक्टर की हत्या के मामले में स्वतः संज्ञान लेने का आग्रह किया गया। वकील उज्ज्वल गौड़ और रोहित पांडे ने गुरुवार को मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर कहा कि इस घटना को स्वतः संज्ञान लिया जाना चाहिए, क्योंकि यह वक्त की मांग है कि देश की सर्वोच्च अदालत इस मामले में तत्काल और गंभीरता से हस्तक्षेप करे।
पत्र में कहा गया, देश न्यायपालिका को न्याय के अंतिम संरक्षक के रूप में देखता है। इस मामले में पीड़ित एक युवा डॉक्टर की मृत्यु व्यर्थ नहीं जानी चाहिए, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि किसी अन्य महिला को ऐसा न सहना पड़े।
एक अन्य पत्र याचिका दायर
तेलंगाना के सिकंदराबाद से आर्मी कॉलेज ऑफ डेंटल साइंसेज की डॉ. मोनिका सिंह ने भी अपने अधिवक्ता सत्यम सिंह के माध्यम से पत्र याचिका दायर कर डॉक्टर की हत्या पर प्रकाश डाला। पत्र में कहा गया कि हमलों ने अस्पताल के संचालन को बाधित कर दिया और चिकित्सा कर्मियों में डर का माहौल पैदा कर दिया। उन्होंने मांग की कि मेडिकल कॉलेज और उसके कर्मियों की सुरक्षा के लिए तत्काल केंद्रीय बलों की तैनाती की जानी चाहिए।
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