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शोल्डर : देश का सबसे बड़ा दल 12 पेरिस खेलों में पेश करेगा चुनौती, पैरों से तीर चलाने वाली तीरंदाज शीतल और गत चैंपियन जेवलिन थ्रोअर सुमित पर रहेगी निगाह नई दिल्ली। भारतीय खिलाड़ी अब पेरिस पैरांलपिक में दम दिखाकर चमक बिखेरने को तैयार हैं। इस बार पैरालंपिक खेलों में देश का सबसे बड़ा दल चुनौती पेश करेगा। इसमें सभी की निगाह पैरों से तीर चलाने पर तीरंदाज शीतल देवी पर रहेगी। जम्मू-कश्मीर की यह युवा तीरंदाज पहली बार इन खेलों में उतरेंगी। शीतल ने दो साल पहले पैरा एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर सुर्खियों में आई थी। उनके अलावा टोक्यो के चैंपियन जेवलिन थ्रोअर सुमित अंतिल अपना खिताब बचाने उतरेंगे तो कांस्य विजेता सुंदर सिंह गुर्जर, रजत विजेता डिस्कस थ्रोअर योगेश कथूनिया और हाई जंपर नौशाद कुमार अपने पदक का रंग बदलने की कोशिश करेंगे।
सुहास के पास पदक का रंग सुनहरा करने का मौका : आईएएस अधिकारी और शटलर सुहास यतिराज के पास इस बार अपने पदक का रंग बदलने का सुनहरा मौका है। टोक्यो में रजत जीतने वाले सुहास मौजूदा समय में एसएल 4 रैंकिंग में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी हैं। वहीं, मानसी जोशी भी स्वर्ण पदक जीतने के इरादे से उतरेंगी। भारतीय दल के लिए शुक्रवार को विदाई समारोह में केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि उन्हें चुनौती को चुनौती देने वाले खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद है। इस मौके पर खेल राज्य मंत्री रक्षा खडसे, भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) के अध्यक्ष देवेंद्र झाझड़िया और अंतिल भी मौजूद थे।
सुमित और भाग्यश्री होंगे ध्वजवाहक
भाला फेंक में चैंपियन सुमित अंतिल और गोला फेंक की अनुभवी खिलाड़ी भाग्यश्री जाधव पेरिस पैरालंपिक खेलों में भारत के ध्वजवाहक होंगे। देश का 84 सदस्यीय दल इनमें चुनौती पेश करेगा। तीन बरस पहले 54 खिलाड़ियों ने नौ खेलों में दमखम दिखाया था। इस 12 खेलों में भारतीय खिलाड़ी पदक के लिए दांव लगाएंगे। इनमें 38 सर्वाधिक एथलेटिक्स में हैं।
‘आप चुनौती को चुनौती देने वाले खिलाड़ी हो,आप विपरीत परिस्थिति को अनुकूल करने वाले लोग हो। आपको बस अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है। हमें उम्मीद और विश्वास है कि हमारे खिलाड़ी पेरिस में पहले से अच्छा प्रदर्शन कर अपने माता-पिता और देश का गौरव बढ़ाएंगे।’ – मनसुख मंडाविया, केंद्रीय खेल मंत्री
‘मैं इन खेलों में एक बार फिर से अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए तैयार हूं। कोशिश रहेगी कि स्वर्ण पदक के साथ देश वापिस आए। इस बड़े आयोजन में देश का ध्वजवाहक होना गर्व की बात है। यह पहली बार है जब मैं पैरा खेलों के उद्घाटन समारोह का हिस्सा होउंगा। काफी अच्छा लग रहा है।’ -सुमित अंतिल, चैंपियन, भाला फेंक
‘मैंने 25 पदक का लक्ष्य बताया है लेकिन मुझे उससे अधिक पदक की उम्मीद है। मैं खुद खिलाड़ी रहा हूं और मैंने भारतीय खिलाड़ियों की तैयारियों को करीब से देखा है। मुझे उन से काफी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है। हम अगर इस लक्ष्य को हासिल कर सकें तो पदक तालिका में शीर्ष 20 देश में जगह बना सकते है।’ -देवेंद्र सिंह झाझरिया, अध्यक्ष, पीसीआई
-28 अगस्त से आठ सितंबर तक होंगे पेरिस में पैरालंपिक खेल
-84 सदस्यीय अब तक का सबसे बड़ा दल खेलों के महाकुंभ में जाएगा, इनमें सर्वाधिक 38 एथलेटिक्स में
-19 पदक (5 स्वर्ण, 8 रजत, 5 कांस्य) टोक्यो में जीते थे भारतीय खिलाड़ियों ने
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