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मध्य प्रदेश में मॉनसून की मेहरबानी जारी है और प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में रुक-रुककर बारिश हो रही है। शुक्रवार सुबह तक बीते 24 घंटे की बात करें तो प्रदेश के इंदौर, उज्जैन संभागों के जिलों में कहीं-कहीं, भोपाल, सागर संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर व नर्मदापुरम, रीवा और जबलपुर संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर तथा ग्वालियर, चंबल, शहडोल संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई। शेष सभी संभागों के जिलों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा।
गुरुवार को प्रदेश में सबसे अधिक 116.8 मिलीमीटर बारिश गुना में हुई, जबकि राघौगढ़ में 115 मिमी, कराहल में 112 मिमी, कोलारस में 100.7 मिमी, बदरवास में 90 मिमी, अशोकनगर में 70 मिमी पानी गिरा। बीते दिन भोपाल और ग्वालियर संभागों के जिलों में अधिकतम तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई और शेष संभागों के जिलों के तापमान में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। वे ग्वालियर संभाग के जिलों में सामान्य से कम रहे एवं शेष सभी संभागों के जिलों में सामान्य रहे। न्यूनतम तापमानों में सभी संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ।
ऐसी है मॉनसून ट्रफ की स्थिति
फिलहाल मॉनसून ट्रफ मध्य समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर की ऊंचाई तक वर्तमान में फलौदी, वनस्थली, शिवपुरी, सीधी, रांची और पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश से सटे पश्चिमोत्तर बंगाल की खाड़ी के ऊपर निम्न दबाव क्षेत्र के केंद्र तक विस्तृत है। पश्चिमोत्तर बंगाल की खाड़ी और पश्चिम बंगाल तथा बांग्लादेश के ऊपर एक निम्न दाब क्षेत्र बना हुआ है। इससे संबंधित चक्रवातीय परिसंचरण माध्य समुद्र तल से 4.5 किलोमीटर ऊपर तक ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुकाव के साथ सक्रिय है। पश्चिमोत्तर राजस्थान के ऊपर माध्य समुद्र तल से 1.5 और 5.8 किमी की ऊंचाई के मध्य एक चक्रवातीय परिसंचरण दक्षिण-पश्चिम की ओर झुकाव के साथ सक्रिय है। दक्षिणी कर्नाटक के ऊपर माध्य समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर की ऊंचाई तक चक्रवातीय परिसंचरण दक्षिण-पश्चिम की ओर झुकाव के साथ सक्रिय है। साथ ही एक ट्रफ उत्तरी कर्नाटक से लेकर उपरोक्त चक्रवातीय परिसंचरण से होते हुए कोमोरिन क्षेत्र तक माध्य समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक विस्तृत है।
जिसके चलते अगले 24 घंटों के दौरान अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुर कलां, गुना, उत्तरी राजगढ़, उत्तरी विदिशा, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा जिलों में हल्की बाढ़ का खतरा होने की संभावना है। इस दौरान पूर्वी और मध्य मध्य प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर भारी से अति-भारी वर्षा होने की संभावना है।
इन जगहों के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी
मौसम के पूर्वानुमान की बात करें तो मौसम विभाग ने रायसेन, सीहोर, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुरकलां, सिंगरौली, अनूपपुर, शहडोल, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर जिलों में कुछ स्थानों पर कल के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान यहां 64.5 मिलीमीटर से लेकर 115.5 मिलीमीटर तक बारिश होने की संभावना है।
जबकि भोपाल, विदिशा, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, गुना, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, मंडला, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर और पांढुर्णा जिलों में कुछ स्थानों पर बिजली गिरने के साथ बारिश का अनुमान लगाया है।
बीते दिन स्थानों पर हुई हल्की से मध्यम बारिश
शुक्रवार सुबह तक बीते 24 घंटों में भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, उज्जैन, देवास, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, मैहर, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी में गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चलीं।
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