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दिल्ली में 27 जुलाई को यूपीएससी की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की बेसमेंट में डूबने से मौत हो गई। जिसके अगले दिन से लगातार छात्र न्याय की मांग करते हुए ओल्ड राजिंदर नगर में विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे। गुरुवार को छात्रों ने तब अपना धरना स्थगित कर दिया, जब दिल्ली पुलिस ने उनके मुद्दों पर ध्यान देने के लिए छात्र शिकायत केंद्र स्थापित करने पर सहमति जताई।
इससे पहले दिन में छात्रों ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर धरना स्थल के पास ‘तिरंगा’ मार्च निकाला, जिसके बाद डिप्टी पुलिस कमिश्नर (मध्य) हर्षवर्धन ने मौके पर मौजूद छात्रों को संबोधित किया। उन्होंने कहा, ‘हम विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद से ही आपके साथ हैं। हमने आपकी सभी शिकायतें सुनी हैं। पटेल नगर, करोल बाग और राजिंदर नगर में हमारे बीट अधिकारियों ने मुद्दों को समझने के लिए आप में से 2,000 लोगों से बात की है। हमने आपको होने वाली किसी भी समस्या से निपटने के लिए यहां एक छात्र शिकायत केंद्र स्थापित करने का फैसला किया है। बूथ को जल्द ही स्थापित किया जाएगा।’
डीसीपी ने कहा कि बूथ पर छात्रों के लिए एक रजिस्टर रखा जाएगा, जिसमें वे अपनी शिकायतें लिख सकते हैं। उन्होंने कुछ दिनों के अंदर इन शिकायतों पर कार्रवाई करने का वादा किया। 28 साल के संस्कार जैन नामक प्रदर्शनकारी ने कहा कि उन्होंने अस्थायी रूप से विरोध प्रदर्शन बंद कर दिया है, क्योंकि उन्हें अक्टूबर में परीक्षा देनी है। उन्होंने कहा, ‘हम सभी को पढ़ाई करनी है। हमारी शिकायतें सुनी गईं और कुछ पर कार्रवाई भी की गई। अगर हमें लगेगा कि कोई उदासीन रवैया अपनाया जा रहा है, तो हम फिर से प्रदर्शन शुरू करेंगे।’
27 जुलाई की रात को, सिविल सेवा की तैयारी करने वाले तीन छात्र- 22 साल की तान्या सोनी, 25 साल की श्रेया यादव और 29 साल के नेविन डेल्विन, की राव कोचिंग के बेसमेंट में डूबने से मौत हो गई थी। तीनों कोचिंग सेंटर का गेट टूटने के बाद बेसमेंट में पानी भरने की वजह से फंस गए थे, जहां कथित तौर पर लाइब्रेरी चल रही थी। जब पानी भरी सड़क से इमारत के अंदर पानी घुसा, तो वे तीनों अंदर फंस गए और डूबने से काल के गाल में समा गए।
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