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नगरपालिका में रोष व्यक्त करते हुए चेयरमैन हैप्पी लक गुप्ता।
हरियाणा में 15 अगस्त के कार्यक्रम में नगरपालिका चेयरमैन की भरे मंच पर बेइज्जती हो गई। हुआ यूं कि चेयरमैन करनाल के घरौंडा के स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में पहुंचे हुए थे।
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वे पार्षद के साथ मंच पर आए तो बैठने की जगह नहीं मिली। उन्होंने SDM के रीडर को अलग से कुर्सी लगाने को कहा।
यह सुनकर रीडर ने चेयरमैन को कह दिया- ”अभी सब मंच से नीचे परेड का निरीक्षण करने के लिए जाएंगे, उस वक्त कुर्सियां खाली हो जाएगी और उसके बाद आप कुर्सी पर बैठ जाना।”
इससे चेयरमैन भड़क उठे और उन्होंने पार्षदों के साथ इसको लेकर रोष व्यक्त करते हुए रीडर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के चेयरमैन होने के बावजूद उन्हें बेइज्जत होना पड़ा।
वहीं इस बारे में SDM राजेश सोनी ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं हुआ। एसडीएम ने इतना जरूर कहा कि उस विषय को हम देख लेंगे। मेरी चेयरमैन हैप्पी लक गुप्ता से बात हुई है। ऐसी कोई बात नही है।
घरौंडा के SDM राजेश सोनी।
चेयरमैन ने बताई बेइज्जती की पूरी कहानी
1. मंच पर एक ही सोफा खाली था
नगर पालिका चेयरमैन हैप्पी लक गुप्ता ने इसको लेकर कहा- सभी को पता है कि हम भी पहले कमेटी में तिरंगा फहराते हैं। इसके बाद सभी चेयरमैन और पार्षद वहां जाते हैं। इसी तरह आज हम गए थे। वहां एक सोफा खाली था। जिस पर SDM और प्रमोद विज ने बैठना था।
2. रीडर को चेयर मंगाने को कहा, बदले में बेइज्जती की
मैंने SDM के रीडर को कहा कि चेयर मंगा दो, यहां जगह खाली नहीं है। इस पर रीडर ने कहा- 2 मिनट रुक जाओ, खड़े रहो। ये सब नीचे जाएंगे। फिर खाली हो जाएगा तो बैठ जाना। मैंने कहा कि इससे अच्छा तो मैं घर ही चला जाता हूं।
3. इज्जत नहीं तो ऐसे फंक्शन में जाने का क्या फायदा
चेयरमैन ने कहा कि हमारे लिए वहां सीट नहीं। कहने के बावजूद भी नहीं लगाई जाती तो फिर ऐसे फंक्शन में जाने का हमारा फायदा क्या है?। मेरे पार्षद भी नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि जब चेयरमैन की इज्जत नहीं है तो फिर बाकियों के साथ क्या होगा।
4. SDM ने इन्विटेशन देकर बुलाया था
चेयरमैन ने कहा कि हमें इन्विटेशन देकर बुलाया गया था। मेरे साथ पार्षदों को भी न्योता दिया गया था। जब मेरे कहने के बावजूद चेयर नहीं मंगाई गई और 2 मिनट रुकने के लिए कहा गया तो इससे ज्यादा बेइज्जती क्या होगी।
5. SDM ने फोन किया लेकिन मैं नहीं गया
चेयरमैन ने आगे बताया कि इसके बाद एसडीएम का फोन आया। उन्होंने रिक्वेस्ट की कि वापस आ जाओ। मैंने उन्हें कहा कि आपके साथ कुछ नहीं है लेकिन इस तरह होने के बाद मैं दोबारा स्टेज पर नहीं आ सकता। जब सरकार का चेयरमैन होने के बावजूद इज्जत नहीं मिल सकती और प्रशासनिक प्रोग्राम में अभद्र व्यवहार हो तो प्रशासन से क्या कार्रवाई की उम्मीद करेंगे?। अगर मैं गलत हुआ तो शब्द वापस ले लूंगा।
नगरपालिका में विरोध जताते पार्षद।
पार्षदों ने नगरपालिका कार्यालय में व्यक्त किया रोष
एसडीएम के रीडर की इस कारगुजारी के खिलाफ नाराज पार्षदों ने नगरपालिका कार्यालय में रोष व्यक्त किया और रीडर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पार्षद अमित गुप्ता, बलविंद्र सिंह, अनुज गुप्ता, अश्विनी राणा, सोमनाथ प्रजापति, जवाहर सिंह, लखविंद सिंह, प्रतिनिधि पंकज गुलाटी, विभोर गुप्ता व अन्य का कहना है कि जब रीडर चेयरमैन के साथ इस तरह से बदसलूकी कर सकता है, तो अन्य लोगों के साथ किस तरह का व्यवहार करता होगा, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
पार्षद बोले- पूरे शहर के साथ हुआ दुर्व्यवहार
पार्षदों ने कहा- यह दुर्व्यवहार चेयरमैन के साथ नहीं, बल्कि पूरे घरौंडा शहर के साथ हुआ है। चेयरमैन घरौंडा के प्रथम नागरिक है, जिन्हें घरौंडा की जनता ने चुना है। जब शहर के किसी कार्यक्रम में विधायक हरविंद्र कल्याण मौजूद नहीं होते है, तो उस वक्त चेयरमैन ही उनका प्रतिनिधित्व करते है। पहले नगरपालिका में झंडा फहराया और उसके बाद चेयरमैन ही हमें अपने साथ स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में लेकर गए थे।
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