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बीकानेर में गुरुवार को मानसून की बारिश ने इस सीजन के सारे रिकार्ड्स तोड़ दिए हैं। न सिर्फ गांवों में बल्कि बीकानेर शहर में भी कई घंटे तक बादल लगातार बरसते रहे। गनीमत रही कि स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह में किसी तरह का खलल नहीं पड़ा, लेकिन इसके बाद स
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श्रीडूंगरगढ़ में इस तरह बारिश हुई, जैसे पानी नल से बहकर आ रहा है।
बीकानेर में गुरुवार सुबह बादलों की आवाजाही तो थी लेकिन इतनी जबरदस्त बारिश होगी, इसकी उम्मीद नहीं थी। बीकानेर जिले के लूणकरनसर, खाजूवाला, पूगल, कोलायत और श्रीडूंगरगढ़ के साथ नोखा में भी जमकर बादलों ने बरसात की। बीकानेर शहर में इस सीजन की सबसे ज्यादा बरसात दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने महज आठ एमएम बरसात दर्ज की है, जबकि हकीकत इससे कहीं ज्यादा बारिश हुई है।
बीकानेर रेलवे स्टेशन भी पानी से लबालब हो गया। ट्रेक पर काफी पानी एकत्र होने के साथ ही प्लेटफार्म पर भी पानी ही पानी नजर आया। कोई भी यात्री प्लेटफॉर्म पर अपना सामान रखने की स्थिति में नहीं था। करीब आधा फीट पानी प्लेटफॉर्म पर रेलवे की व्यवस्थाओं की पोल खोल रहा था। ट्रेक पर पानी आने के बाद भी रेलगाड़ियों का संचालन जारी रहा। हालांकि अधिकांश गाड़ियों का समय बिगड़ गया।
लूणकरनसर के सहनीवाला , फुलदेसर , रोझा व चक 1 DLD, 17 CHD , 16 CHD, 294 RD , 290 RD भारी बारिश से खेत जलमग्न हो गए हैं। इन गांवों में फसलें लगभग चौपट हो गई है। लगातार बारिश होने से फसल पानी में डूब गई और काफी देर तक डूबी रही। किसानों का मानना है कि इससे फसल को नुकसान हुआ है।
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