[ad_1]
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिन्दू लोगों पर हो रहे अत्याचार, उनकी हत्या और उनके धर्म स्थलों पर हो रहे हमलों के खिलाफ राजस्थान में भी काफी गुस्सा है। इसके विरोध में प्रदेश के कई शहरों में बुधवार को सर्व हिंदू समाज ने बाजार बंद रखते हुए मौन जुलूस निकाले। इस दौरान राजधानी जयपुर में सर्व हिंदू समाज ने जन आक्रोश रैली निकाली और राम लीला मैदान में हनुमान चालीसा का पाठ करते हुए बांग्लादेशी हिंदुओं की सुरक्षा की प्रार्थना की। इस रैली में शहर की हवामहल सीट से भाजपा विधायक और हिंदूवादी नेता बालमुकुंद आचार्य भी शामिल हुए।
इस अवसर पर विधायक बालमुकंद आचार्य ने कहा कि बांग्लादेश में हिन्दुओं पर अत्याचार किया जा रहा है। बांग्लादेश में सनातन धर्म को मिटाने के लिए जो आतंकवाद हो रहा है उस पर शीघ्र रोक लगनी चाहिए और बांग्लादेश ही नहीं अन्य सभी जगहों पर जिहादी संगठनों पर पाबंदी लगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सनातनी की आवाज हैं और यह ललकार है, जिसके आगे जिहाद टिकने वाला नहीं हैं।
बालमुकुंद बोले- बांग्लादेश में हिंदुओं के लिए भयावह स्थिति
बालमुकुंद आचार्य ने आगे कहा, ‘हमारा मानना है कि पूरा विश्व एक परिवार है। लेकिन बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ जो हो रहा है, वह भयावह है। उनकी संपत्ति और मंदिरों को लूटा और नष्ट किया जा रहा है। लोगों को बेरहमी से मारा जा रहा है। इस मानसिकता को बदलने की जरूरत है। कश्मीर और पाकिस्तान में ऐसा हुआ और अब बांग्लादेश में भी ऐसा हो रहा है। हम बांग्लादेशी हिंदुओं की सुरक्षा चाहते हैं ताकि वे अपनी मातृभूमि में रह सकें।’ यह विरोध प्रदर्शन जयपुर के अलावा उदयपुर, चित्तौड़गढ़, राजसमंद और सीकर में भी हुए, जहां लोगों ने अपना व्यापार-व्यवसाय बंद रखते हुए बांग्लादेशी हिंदुओं की रक्षा की मांग की। इसके अलावा लोगों ने मंदिरों में पूजा-पाठ, महायज्ञ और संकीर्तन कर बांग्लादेश में शांति की प्रार्थना की।
राम लीला मैदान तक निकली जनआक्रोश रैली
सर्व हिंदू समाज के लोग दिन में करीब ग्यारह बजे न्यू गेट स्थित रामलीला मैदान में एकत्रित हुए और जन आक्रोश प्रदर्शन किया। इसके बाद रामलीला मैदान से सांगानेरी गेट, जौहरी बाजार, बड़ी चौपड़, त्रिपोलिया बाजार, चौड़ा रास्ता होते हुए जन आक्रोश रैली निकाली गई जो वापस न्यू गेट स्थित रामलीला मैदान पहुंच कर संपन्न हुई। इस प्रदर्शन में साधु-संत, सामाजिक एवं व्यापारिक संगठनों के लोगों के अलावा अन्य कई लोग शामिल थे।
इस जन आक्रोश रैली में सामाजिक, धार्मिक, व्यापारिक संस्थाओं के पदाधिकारी एवं लोगों सहित सैंकड़ों लोगों ने भाग लिया और जयपुर व्यापार महासंघ के आह्वान पर इस प्रदर्शन के समर्थन में आधे दिन जयपुर बंद भी रखा गया।
चित्तौड़गढ़ में भी निकाली गई रैली और जुलूस
जयपुर के अलावा चित्तौड़गढ़ में भी ऐसा ही जुलूस निकाला गया। पुराने शहर के प्रताप वालीबाल स्टेडियम में बुधवार को सर्व समाज के आव्हान पर करीब दो हजार लोग एकत्र हुये और यहां से पैदल मौन जुलूस निकाला गया जो कलेक्ट्रेट पहुंचा जहां पर जिला कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देकर कहा गया कि बांग्लादेश में हिंदुओं सहित अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की कट्टरपंथियों द्वारा हत्या की जा रही है साथ ही धर्म स्थलों को भी तहस-नहस कर रहे हैं, जिससे लोगों में कट्टरपंथियों के विरुद्ध जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है। राष्ट्रपति से मांग की गयी है कि वहां पर अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करवाई जाए।
पैदल मार्च के दौरान पूर्व घोषित कार्यक्रम अनुसार दोपहर बाद एक बजे तक बाजार बंद का व्यापक असर देखा गया और बिना दबाव के पुराने शहर के साथ उप नगरीय क्षेत्रों के प्रमुख बाजार के अलावा चाय पानी की दुकानें तक बंद रही। बंद के दौरान पुलिस ने व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए।
[ad_2]
Source link