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झारखंड में शाहिद की फरारी और हवलदार की हत्या मामले में जेल प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन के साथ पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आई है। एसआईटी को जानकारी मिली है कि हजारीबाग अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान मां से मिले मोबाइल पर वह फेसबुक अकाउंट चला रहा था। भागने से एक घंटे पूर्व शाहिद ने अपने फेसबुक अकाउंट से अपना एक फोटो भी पोस्ट किया है। पुलिस उस नंबर का पता लगा रही है। जानकारी के मुताबिक, पैर में परेशानी बताकर शाहिद अस्पताल में भर्ती हुआ था। लेकिन हत्या करने के बाद वह पैदल भाग गया।
अस्पताल में सजायाफ्ता कैदी चला रहा था मोबाइल
मां से मिले सभी मोबाइल नंबरों का लोकेशन भी खंगाला जा रहा है। पुअनि नरेंद्र कुमार दास सदर थाना हजारीबाग सहित चार सदस्यीय टीम धनदबाद में शाहिद की मां, पत्नी, बच्चे, बहन, साला से पूछताछ कर दबिश दी है। इससे पहले हवलदार चोहन हेंब्रम की हत्या के बाद फरार शाहिद अंसारी की तलाश में सोमवार की शाम हजारीबाग पुलिस की एसआईटी ने उसके चासनाला साउथ कॉलोनी स्थित घर में छापेमारी की।
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एसआईटी को मां पर शक
छापेमारी करने पहुंची पुलिस ने हत्यारे शाहिद की मां मोमिना खातून से पूछताछ की। पुलिस को जानकारी मिली है कि अपने बेटे से मिलने मोमिना दो-तीन बार हजारीबाग शेख भिखारी मेडिकल अस्पताल पहुंची थी। पुलिस को यह भी जानकारी मिली है कि मोमिना ने शाहिद को तीन मोबाइल सिम और एक मोबाइल दिया था। पुलिस टीम मोमिना से पूछ रही है कि मुलाकात के दौरान शाहिद ने उससे क्या कहा था। एसआईटी मान रही है कि बेटे की फरारी के संबंध में मां को पूरी जानकारी है, जिसे वह छिपा रही है। टीम मोबाइल सिम और मोबाइल के संबंध में भी जानकारी ले रही है।
भारी पड़ गयी अस्पताल के वार्ड ब्यॉय और नर्स की चुप्पी
मेडिकल कॉलेज में 1.15 बजे जब शाहिद भाग रहा था तो वहां बरामदे में सोया एक दिव्यांग मरीज ने इसकी सूचना वार्ड ब्वॉय को दी। बाद में एक वार्ड ब्वॉय और नर्स ने गेट से बाहर निकल कर देखा भी। लेकिन उन्होंने इसकी सूचना न तो पुलिस को दी और न ही किसी डॉक्टर या सीनियर नर्स को। दूसरे दिन जब एसपी ने उन्हें बुलाया तब बहुत पूछने पर यह बात बताई। हालांकि लोग कह रहे थे कि वे डर से खामोश थे। पर उनकी यह खामोशी भारी पड़ गयी। अपराधी को भागने का मौका मिल गया।
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