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गांव नगली में सरकारी स्कूल को ताला जड़ कर प्रदर्शन करते हुए ग्रामीण।
हरियाणा के यमुनानगर के गांव नगली स्कूल में अध्यापकों की कमी पर ग्रामीणों का गुस्सा फूटा और स्कूल गेट पर ताला लगाया। ग्रामीणों ने बताया कि नगली का स्कूल चार महीने से बिना अध्यापक के चल रहा है। ग्रामीण यूनुस खान ने बातचीत करते हुए बताया कि नगली गांव मे
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बच्चों के भविष्य की बढ़ी चिंता
अभिभावक कई बार शिक्षा विभाग के अधिकारियों से इस समस्या का समाधान करवाने की अपील भी कर चुके हैं, लेकिन अभी तक शिक्षा विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। ऐसे में अपने बच्चों के भविष्य को लेकर ग्रामीणों में चिंता बढ़ती जा रही है। ग्रामीणों के सबर का बांध टूट गया और बच्चों के अभिभावकों ने एकजुट होकर स्कूल के गेट पर ताला जड़ दिया। इसके बाद शिक्षा विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। उनका कहना है कि जिस स्कूल में अध्यापक ही नहीं है, वह स्कूल किस काम का है।
शिक्षा के अधिकार के लिए करेंगे संघर्ष
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने शिक्षा विभाग को कई बार अध्यापकों की नियुक्ति के लिए पत्र लिखे हैं, लेकिन हर बार उनकी अपील अनसुनी कर दी जाती है। ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि वह अब शिक्षा के अधिकार के लिए संघर्ष करेंगे और यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे। जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी धर्मेंद्र सिंह ने भी माना है कि वर्तमान में जिले के कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी है।
पंचकूला से शिक्षकों को भेजा जाएगा यमुनानगर
इस संबंध में जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी धमेंद्र सिंह ने बताया कि कई शिक्षक अपनी ट्रांसफर करवाकर अपने-अपने होमटाउन में चले गए हैं। धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि शिक्षा विभाग इस समस्या को हल करने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने जानकारी दी, कि जल्द ही पंचकूला से शिक्षकों को यमुनानगर भेजा जाएगा। इस प्रक्रिया के पूरा होते ही जिले में शिक्षकों की कमी की समस्या का समाधान हो जाएगा, जिससे विद्यार्थियों की पढ़ाई सुचारू रूप से चल सकेगी।
गांव नगली स्कूल में बिना अध्यापक के जमीन पर बैठकर पढ़ाई करते बच्चे।
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