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मध्यप्रदेश में जल्द ही जिला न्यायाधीश संघ के चुनाव होने वाले है। जिसके लिए तारीख का ऐलान भी कर दिया गया है। आगामी 21 से 23 अगस्त तक नामांकन फार्म भरे जाएंगे और फिर 25 अगस्त को वोटिंग होगी। न्यायाधीश अपने वोट का उपयोग ऑनलाइन करेंगे, जिसके पीछे मंशा यह
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न्यायाधीश संघ का ये दूसरी बार चुनाव होने जा रहा है। हाईकोर्ट रजिस्ट्रार जनरल मध्य प्रदेश के द्वारा जारी किए पत्र पर मुख्य चुनाव अधिकारी प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश इंदौर ने ऑनलाइन चुनाव का टाइम टेबल जारी किया है। मप्र न्यायाधीश संघ के अध्यक्ष और कार्यकारिणी सदस्यों के लिए 25 अगस्त को वोटिंग की जाएगी। जिसका टाइम टेबल भी जारी किया गया है।
मध्यप्रदेश में हो रहे न्यायाधीश संघ के चुनाव ऑनलाइन होंगे, प्रदेश में यह दूसरा मौका है जब किसी चुनाव में वोट करने के लिए मतदाता को ना तो अवकाश लेना पड़ेगा ना ही अपने कार्यस्थल को छोड़कर यात्रा करनी पड़ेगी। इस चुनाव में ड्यूटी पर कर्मचारियों पर भारी भरकम खर्च और पुलिस सुरक्षा की भी कोई आवश्यकता नहीं होगी। 21 अगस्त सुबह 10 बजे से 23 अगस्त शाम 5 बजे तक नामांकन भरे जाएंगे। 24 अगस्त दोपहर 1 बजे तक उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकेंगे रजिस्ट्रार जनरल मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय जबलपुर के द्वारा जारी किए पत्र के पालन में मुख्य चुनाव अधिकारी प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश इंदौर ने ऑनलाइन चुनाव का टाइम टेबल जारी किया है।
24 अगस्त दोपहर 1 बजे तक उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकेंगे, 24 अगस्त को ही दोपहर 3 बजे उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी हो जाएगी। 25 अगस्त को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक न्यायिक अधिकारी आनलाइन वोट करेंगे और वोटिंग समाप्त होने के मात्र 15 मिनट बाद दोपहर 3 बजकर 15 मे निर्वाचित अभ्यर्थियों के नामों की घोषणा हो जाएगी।
न्यायाधीश संघ मध्यप्रदेश के पिछले चुनाव साल 2022 में हुए थे, वर्चुअल महाधिवेशन में 1600 न्यायिक अधिकारी शामिल हुए थे। जिसमें 1479 ने मतदान किया था। यानी राज्य में न्यायिक अधिकारियों के कुल कैडर के 89.63 प्रतिशत ने इस चुनाव में भाग लिया था। इंदौर के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुबोध कुमार जैन 567 मत हासिल कर अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे। 2 वर्षों का कार्यकाल पूरा होने के बाद अब पुन चुनाव हो रहे हैं। पिछली बार भी यह न्यायाधीश संघ के चुनाव ऑनलाइन मोड में हुए थे। हाईकोर्ट की आईटी विंग की सहायता से एक डेडिकेटेड पोर्टल बनाया गया है। इस पोर्टल पर मतदाता यानि न्यायिक अधिकारी अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबरों पर प्राप्त ओटीपी का उपयोग कर पदस्थापना के स्थान से ही गुप्त मतदान करेंगे।
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