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नई दिल्ली: विनेश फोगाट अपने दम पर कुश्ती के फाइनल तक पहुंचीं, लेकिन उन्हें 100 ग्राम ज्यादा वजन के चलते प्रतियोगिता से बाहर कर दिया गया. तमाम लोगों को इसमें ‘साजिश की बू’ आने लगी. वे भले गोल्ड या सिल्वर मेडल अपने नाम नहीं कर पाईं, लेकिन टीवी एक्टर नकुल मेहता का मानना है कि उन्हें अपनी ताकत दिखाने के लिए इसकी जरूरत भी नहीं है. वे हार के भी जीत गई हैं. उन्होंने विनेश फोगाट की क्षमता पर गर्व है, हालांकि पहलवान के संन्यास के ऐलान के बाद उनका दिल टूट गया था. नुकल मेहता ने पिछले कुछ महीनों में पहलवान के संघर्ष को बयां करते हुए एक वीडियो डाला है, जिसमें वे कविता के जरिये विनेश के बारे में बता रहे हैं. वीडियो वायरल हो गया है.
नकुल मेहता ने पोस्ट के साथ दिए कैप्शन में लिखा, ‘फाइटर. ओलंपियन. चैंपियन. हमारे सर्वकालिक महानतम में से एक को समर्पित एक कविता. एकमात्र विनेश फोगाट.’ पहलवान को समर्पित नकुल मेहता की कविता की शुरुआत कुछ ऐसे होती है-
विनेश अगर तुम्हें लड़ता न देखा होता
जंतर मंतर के मैदानों से लेकर
पैरिस के अखाड़ों तक
शायद कभी न जान पाते
ये सोने और चांदी के तमगे
कितने बेमानी हैं
इनमें वो चमक कहां
जो तेरे जज्बे तेरी कूवत में है
तुम्हारी कुश्ती की बात तो खैर क्या ही करे हम
उसकी दहक तो उस रोज सुजाकी की आंखों में देखी थी
फर्श पर पड़ी उस जापानी छोरी से पूछो, बता देगी
शेरनियां दे वजन नहीं, गूदे तौला करते हैं…
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