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<p style="text-align: justify;"><strong>Bangladesh Crisis Live:</strong> बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस वहां की अंतरिम सरकार के प्रमुख बनाए जा चुके हैं. इसके बाद भी बांग्लादेश में हिंस थमने का नाम नहीं ले रहा है. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बांग्लादेश में शनिवार (10 अगस्त 2024) को वहां के सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के इस्तीफे की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया गया, जिसके बाद चीफ जस्टिस ओबैदुल हसन को हसन को इस्तीफा देना पड़ा.</p>
<p style="text-align: justify;">रिपोर्ट में बताया गया लोगों का विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट के परिसर में सेना की तैनात करना पड़ा. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने शुक्रवार को नवनियुक्त सलाहकार परिषद के विभागों की घोषणा की और रक्षा सहित 27 मंत्रालयों का प्रभार अपने पास रखा. उन्होंने अनुभवी राजनयिक मोहम्मद तौहीद हुसैन को विदेश मंत्रालय का प्रमुख नियुक्त किया. सेना के सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर जनरल एम सखावत हुसैन को गृह मंत्रालय का प्रभार सौंपा गया.</p>
<p style="text-align: justify;">ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक लगभग चार दिनों के बाद सेना की सहायता से लगभग 29 पुलिस थानों में गतिविधियां फिर से शुरू हो गई हैं. भारत बांग्लादेश की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है. भारत ने बांग्लादेश से लगे सभी बॉर्डर पर सुरक्षा अलर्ट जारी कर रखा है. पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले के सीतलकूची में बाड़युक्त सीमावर्ती क्षेत्र में शुक्रवार सुबह उस समय तनाव पैदा हो गया था, जब लगभग एक हजार घबराए हुए बांग्लादेशी नागरिक भारत में घुसने और शरण लेने की कोशिश में बाड़ के दूसरी ओर जमा हो गए.</p>
<p style="text-align: justify;">सीमा सुरक्षा बल ने पुष्टि की है कि बाद में बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) के जवानों ने बांग्लादेशियों को वहां से हटा दिया. भीड़ में कथित तौर पर ज्यादातर बांग्लादेशी हिंदू शामिल थे. वे बांग्लादेश के लालमोनिरहाट जिले के गेंडुगुरी और दोइखवा गांवों में एक जलाशय के किनारे बाड़ से लगभग 400 मीटर दूर एकत्र हुए थे.</p>
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