[ad_1]
बांग्लादेश में रह रहे हिंदू समाज के लोगों पर हो रहे अत्याचार को रोकने व सुरक्षा की मांग को लेकर रतलाम के समस्त सनातन हिंदू समाज शुक्रवार रात सड़क पर उतरा। बांग्लादेश के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। माणकचौक थाने के सामने बांग्लादेश का पुतला दहन किया। राष्ट्
.
थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपते हिंदू समाजजन।
सोशल मीडिया के जरिए सनातम समाज के सभी लोग पहले माणकचौक क्षेत्र में एकत्र हुए। यहां से घास बाजार, चौमुखीपुल, चांदनीचौक, हरदेवलाला की पिपली, तोपखाना, गणेश देवरी होते हुए पुन: माणकचौक पुलिस थाने के सामने पहुंचे। बांग्लादेश का पुतला जलाया। फिर थाना प्रभारी सुरेश गडरिया को अलग-अलग ज्ञापन सौंपे। इस दौरान बड़ी संख्या में शहरवासी, सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारी, व्यापारी, समस्त हिंदू संगठन, समाजजन शामिल हुए।
थाने के सामने जलाया पुतला।
घटना होने के पहले जागे
एसपी के नाम सौंपे ज्ञापन में बताया रतलाम शहर व आसपास के क्षेत्र में कई बांग्लादेशी बंगाली कई क्षेत्रों में कम मूल्यों पर काम कर रहे है जो कि स्वर्णकारी, मिस्त्री, मजदूरी, टेलरींग आदि कई काम करते है। लेकिन यह सभी भारत के निवासी ना होकर बांग्लादेशी है। इनकी तादात दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। स्वर्णकारी क्षेत्र में तीन से चार बंगाली कारीगर काम कर रहे है लेकिन शासन. प्रशासन के पास किसी प्रकार का कोई वेरीफिकेशन डाटा उपलब्ध नहीं है कि वे भारतीय नागरिक है या बांग्लादेशी। पूर्व में कई बांग्लादेशी व्यापारियों का सोना लेकर भाग भी गए है। भविष्य में हिंदू समाज के साथ कोई घटना हो इसके पहले इन सभी के दस्तावेज जांचे जाए।
सनातन पर किया जा रहा प्रहार
राष्ट्रपति के नाम सौंपे ज्ञापन में बताया कि बांग्लादेश में जिस तरह के हालात बने हुए वह सब जानते है, लेकिन राजनीतिक हालातों में जमात-ए ईस्लामिलया संगठन द्वारा बांग्लादेश में रह रहे हिंदू समाज पर प्रहार किया जा रहा है। हिंदू मंदिरों को तोड़ा जा रहा है। यह सीधा एक जेहाद होकर सनातन धर्म पर प्रहार है। बांग्लादेश में रह रहे हिंदू भाईयों की सुरक्षा की जाए। हमारे देश में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर किया जाए।
[ad_2]
Source link