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सीएम योगी ने दिए सख्त निर्देश।
– फोटो : अमर उजाला
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसान संगठन हों अथवा अन्य कोई संगठन, यदि लोकतांत्रिक ढंग से अपनी बात कहना चाहते हैं, तो उसे सुना जाए। उनकी आशा, अपेक्षा और आशंका का यथोचित निराकरण करें। लेकिन अराजकता फैलाने की छूट किसी को नहीं दी जा सकती। लोकतांत्रिक संगठनों की आड़ में कुछ राष्ट्रविरोधी संगठन माहौल खराब करने का प्रयास कर सकते हैं। पूर्व में धरना-प्रदर्शन की आड़ में कुछ अराजकता फैलाने वाले संगठनों की उपस्थिति रही। इनकी पड़ताल करके सख्त कार्रवाई करें।
योगी बृहस्पतिवार को अपने सरकारी आवास पर शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ जोन, मंडल, रेंज व जिला स्तरीय फील्ड अधिकारियों के साथ कानून-व्यवस्था तथा लोक कल्याणकारी कार्यक्रमों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 23, 24, 25 और 30, 31 अगस्त को पुलिस भर्ती परीक्षा होनी है। यह शांतिपूर्ण और शुचिता के साथ संपन्न हो। सभी जिलों को अलर्ट रहना होगा। अधिकारी हर परीक्षा केंद्र का सूक्ष्मता से निरीक्षण करें। शासन के निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन करें। अभ्यर्थियों के आवागमन का प्रबंधन किया जाए। महिला अभ्यर्थियों की सुविधा और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें। सोशल मीडिया अफवाह फैलाने का माध्यम बन रही है, इस पर नजर रखें। तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर समाज में विद्वेष पैदा करने वाली सूचनाओं, फेक न्यूज का तत्काल तथ्यों के साथ खंडन किया जाए। उन्होंने काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी वर्ष समारोह, हर घर तिरंगा अभियान, विभाजन विभीषिका दिवस, स्वाधीनता दिवस में जन भागीदारी बढ़ाने, स्कूल, कॉलेज, एनसीसी, एनएसएस को जोड़ने के निर्देश भी दिए।
महिला सुरक्षा शीर्ष प्राथमिकता
योगी ने कहा कि महिला सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता है। आगामी 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा (रक्षाबंधन) है। कुछ अराजक तत्व माहौल खराब करने का प्रयास कर सकते हैं, इसलिए पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ाएं। सतर्क और सावधान रहें। रक्षाबंधन पर 18 अगस्त की रात्रि से 19 अगस्त की रात्रि तक परिवहन निगम की बसों में महिलाओं को निशुल्क यात्रा की सुविधा मिलेगी। आगामी दिनों में नागपंचमी, श्रावण सोमवार, काकोरी ट्रेन एक्शन की वर्षगांठ, रक्षाबंधन, चेहल्लुम और जन्माष्टमी हैं। यह समय कानून-व्यवस्था की दृष्टि से संवेदनशील है। पुलिस और स्थानीय प्रशासन को लगातार अलर्ट रहना होगा।
बाढ़ प्रभावितों की राहत सामग्री में गुणवत्ता से समझौता नहीं
उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावितों को दी जा रही खाद्य सामग्री की गुणवत्ता खराब नहीं होनी चाहिए। निर्धारित मात्रा से कम, बासी अथवा खराब गुणवत्ता की सामग्री वितरित होने, वेंडर द्वारा आपूर्ति में गड़बड़ी करने पर कार्रवाई की जाए। उन्होंने बताया कि इस वर्ष अब तक 12 जिलों में 120 प्रतिशत से अधिक वर्षा हुई है। वहीं 27 जिलों में सामान्य वर्षा रही। जबकि 18 जिलों में 80 प्रतिशत तक और 14 जिलों में 60 प्रतिशत तक वर्षा हुई है। जौनपुर, शामली, फतेहपुर में 40 प्रतिशत से भी कम वर्षा हुई है। बलिया, सीतापुर, बांदा, बाराबंकी, बिजनौर, फर्रुखाबाद, प्रयागराज और वाराणसी में अभी बाढ़ की स्थिति है।
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