[ad_1]
अपनों के विरोध और विवादों के बीच नगर निगम ने एलिवेटेड रोड बनाने की तैयारी कर ली है। इसके लिए 190 करोड़ का टेंडर भी जारी कर दिया, साथ ही पुराने नक्शे में संशोधन भी किया गया है। अब यह रोड सिटी स्टेशन से लेकर कलेक्टर बंगले की जगह बंशी पान तिराहे तक बनाय
.
सिटी रेलवे स्टेशन से कलेक्टर आवास तक इसकी लंबाई 2570 मीटर थी। अब यह 2755 मीटर हो जाएगी। व्यापारियों के विरोध को देखते हुए निगम ने एलिवेटेड रोड के वन-वे का एक सिरा अश्विनी बाजार रोड पर उतारने का फैसला भी टाल दिया है। अब यह सिरा कोर्ट चौराहे से एमबी हॉस्पिटल रोड पर उतारा जाएगा। इसकी लंबाई 420 मीटर होगी। संभवत: यह इस मार्ग पर स्थित हनुमान मंदिर से आगे जाकर उतरेगा।
साल के अंत में निकाय चुनाव, इससे पहले काम शुरू कराने का लक्ष्य
एलिवेटेड रोड का पूरा प्रोजेक्ट 210 करोड़ का है। इसमें 75 करोड़ रुपए नगर निगम और इतनी ही राशि उदयपुर विकास प्राधिकरण (यूडीए) की ओर से दी जाएगी। बाकी के 60 करोड़ रुपए प्रदेश सरकार से मिलेंगे। अभी निगम ने 190 करोड़ का टेंडर निकाला है। इसके तहत सिविल वर्क होगा। शेष बची 20 करोड़ की राशि से बिजली पोल, लाइटिंग जैसे काम होंगे।
निगम की पूरी कोशिश रहेगी कि इसी साल के अंत में प्रस्तावित नगर निकाय चुनाव से पहले निर्माण कार्य शुरू हो जाए। हालांकि, अभी प्रदेश सरकार निकाय और पंचायतीराज चुनाव एक साथ कराने के प्रयास कर रही है। ऐसा हुआ तो चुनावों की डेट आगे खिसकेगी। इससे निगम को इस काम के लिए और समय मिल जाएगा।
19 सितंबर को खुलेगा टेंडर
निगम की ओर से तय टेंडर प्रक्रिया के अनुसार ठेका कंपनियां 14 अगस्त से ऑनलाइन पोर्टल के जरिए आवेदन प्राप्त कर सकेंगी। टेंडर जमा कराने की अंतिम तिथि 18 सितंबर तय की गई है। इसके अगले ही दिन 19 सितंबर को टेंडर खोले जाएंगे। ये काम इंजीनियरिंग प्रोकरमेंट एंड कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) मोड पर होगा।
टेंडर में न्यूनतम दर देने के बाद ठेका एजेंसी की ओर से एक माह के भीतर निर्माण की अलग से डिजाइन दी जाएगी। निगम के अधीक्षण अभियंता मुकेश पुजारी का कहना है कि एलिवेटेड रोड के पहले से तय डिजाइन में आंशिक संशोधन किया गया है। इससे इसकी लंबाई में कुछ फर्क आया है। एल-1 वाली ठेका एजेंसी ईपीसी मोड पर पहले रोड का पूरा खाका पेश करेगी। इसके बाद ही निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।
[ad_2]
Source link