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UP news Hijab
– फोटो : अमर उजाला
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कानपुर के बिल्हौर कस्बे के बिल्हौर इंटर कालेज में बुधवार को चेहरे पर हिजाब बांधकर आने वाली चार छात्राओं को कालेज में प्रवेश करने से रोक दिया गया। इसको लेकर छात्राओं में खासी नाराजगी है। वहीं, प्रधानाचार्य का कहना है कि कालेज में ड्रेस कोड लागू हैं, इसलिए ऐसा किया गया है।
बिल्हौर इंटर कालेज के कार्यवाहक प्रधानाचार्य सुरजीत सिंह यादव ने बताया कि कालेज में शासनादेश के मुताबिक ड्रेस कोड लागू हैं। इसलिए किसी भी छात्र को धार्मिक या फिर असामाजिक पहनावे के साथ नहीं आना है, यदि कोई छात्र-छात्रा धार्मिक ड्रेस पहनकर आती भी है तो वह कालेज गेट या फिर कालेज चेजिंग रूम में जाकर उसे बदल ले।
तभी उसे कालेज परिसर और कक्षा में प्रवेश दिया जाएगा। प्रधानाचार्य ने कहा कि कालेज के अंदर निर्धारित ड्रेस पहनकर की अनुमति है, गैर पारंपरिक ड्रेस में आने वाले छात्र या छात्रा को रोका जाता है। उधर, कालेज के वरिष्ठ शिक्षक व पूर्व चेयरमैन नूर इदरिसी ने बताया कि हिजाब की तरह मुंह बांधकर आने वाली चार छात्राओं को रोका गया है।
सीनियर छात्राएं ड्रेस कोड नहीं मान रहीं थीं, जिस पर प्रधानाचार्य ने भी समझाया था, लेकिन छात्राओं ने उनकी भी न सुनी। इसके बाद धार्मिक कपड़े पहनकर आने पर ऐसे छात्रों को कक्षाओं में प्रवेश पर रोक लगाई गई है। शिक्षकों ने बताया कि हिजाब कक्षाओं में पहने रहने से कई प्रकार की पठन-पाठन में समस्याएं आती हैं।
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