[ad_1]
दुनियाभर में कई ऐसे देश हैं, जहां पर जाना सुरक्षित नहीं है. इनमें से किसी देश में आतंकवादियों का बोलबाला है, तो कहीं पर गरीबी-भूखमरी की वजह से लूट-पाट और मर्डर आम बात है. ऐसे में पुलिस को भी काफी मुस्तैदी दिखानी पड़ती है. लेकिन क्या आप किसी ऐसे देश के बारे में जानते हैं, जहां पर न तो कोई अपराधी है और ना ही अब कोई जेल है? आप सुनकर ही हैरानी हो रही होगी कि क्या वाकई में धरती पर कोई ऐसी जगह या देश है, जहां क्राइम नहीं होता? ऐसे में बता दें कि यूरोप में ऐसा ही एक देश है. ये देश ओलिंपिक में भी छाया हुआ है. खबर लिखे जाने तक ओलिंपिक में कुल 19 मेडल जीत चुका है, जिसमें 8 गोल्ड मेडल हैं.
अब आप सोच रहे होंगे कि उस देश का नाम क्या है? ऐसे में बता दें कि यह देश नीदरलैंड है, जहां पर कोई अपराधी नहीं है. साल 2013 में यहां पर 19 कैदी हुआ करते थे, लेकिन 2018 आते-आते जेलें विरान हो गईं. ऐसे में इस यूरोपीय देश अपराध दर में कमी के परिणामस्वरूप जल्द ही अपनी जेलों को बंद करने का फैसला ले लिया था. लेकिन इसमें भी एक समस्या आने लगी. वो यह कि जेल में काम करने वाले कर्मचारियों का क्या होगा? टेलीग्राफ यूके की 2016 में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, डच न्याय मंत्रालय ने सुझाव दिया था कि अगले पांच वर्षों में कुल अपराध दर में प्रति वर्ष 0.9 प्रतिशत की गिरावट आएगी. ऐसे में जेलों को बंद कर देना ही उचित है.
लेकिन तब यह भी सवाल सामने आने लगे थे कि जेलों को बंद करने का मतलब लगभग 2 हजार लोग नौकरी खो देंगे. उनमें से सिर्फ 700 लोगों को ही अन्य सरकारी भूमिकाओं के लिए ट्रांसफर किया जा सकता है. साल 2018 में खाली जेलों का मुद्दा इस हद तक पहुंच गया था कि 2017 में नीदरलैंड को अपनी जेलों को भरा रखने तथा व्यवस्था को चालू रखने के लिए नॉर्वे से कैदियों को लाना पड़ा था. हालांकि, नीदरलैंड में जेल अभी भी हैं, लेकिन कैदियों की संख्या बहुत कम हैं. ज्यादातर बाहरी देशों के कैदी ही इनमें बंद हैं. इनकी देखरेख के लिए एंकल मॉनिटरिंग सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है. साथ ही साथ सजा काट रहे लोगों को पढ़ने लिखने से लेकर खुले में काम करने तक का मौका दिया जाता है.
क्या होता है एंकल मॉनिटरिंग सिस्टम?
एंकल मॉनिटरिंग सिस्टम एक ऐसी डिवाइस है, जिसे घर में नजरबंद किए गए लोगों या जेलों में बंद कैदियों को हर समय पहनना ज़रूरी होता है. इसके जरिए कैदियों को एक तय सीमा के अंदर रहना होता है. अगर वे कहीं बाहर जाने की कोशिश करते हैं, तो एंकल मॉनिटरिंग सिस्टम में लगे रेडियो फ्रिक्वेंसी सिग्नल से पुलिस को तुरंत इसकी जानकारी मिल जाती है. इतना ही नहीं, एंकल मॉनिटरिंग सिस्टम देश में पारंपरिक कारावास के मुकाबले दोषी अपराधी द्वारा दोबारा अपराध करने की प्रवृत्ति की दर को आधे से भी कम करने में सक्षम रहा है. इसलिए कैदियों को पूरे दिन बैठाने के बजाय, उनसे काम करने के लिए कहा जाता है और उन्हें सिस्टम में वापस लाया जा सके.
Tags: Amazing facts, Khabre jara hatke, OMG News, Shocking news
FIRST PUBLISHED : August 7, 2024, 10:08 IST
[ad_2]
Source link