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पेरिस: विनेश, तुम निराश न हो. गोल्ड मेडल का सपना टूटना, सबकुछ खत्म होना नहीं होता. तुम अभी अस्पताल में हो. गोल्ड की निराशा केवल तुम्हें नहीं, हम सभी को है. तुम्हारा दुख हम सबका है. हम 140 करोड़ भारतीय तुम्हारे साथ हैं. तुम जल्दी अस्पताल से ठीक होकर आओ. रिंग में लौटो और निए सिरे से सपने को जीना शुरू करो. बस यह खयाल रखना कि इस बार जो गलती हुई, वह चूक दोबारा न हो. तुम्हारी तस्वीर देखी. इसमें तुम टूटी हुई नजर आ रही हो. मगर याद रखो कि अब भी तुम पर पूरे देश को गर्व है.
जी हां, विनेश फोगाटा इतिहास रचने से चूक गई हैं. भारत के हाथ रेसलिंग में गोल्ड मेडल आते-आते रह गया. विनेश को महज कुछ ग्राम वजन की वजह से पेरिस ओलंपिक से बाहर होना पड़ा. विनेश फोगाट भारत की स्टार रेसलर हैं. 50 किलोग्राम महिला वर्ग की रेसलिंग के फाइनल से वह बाहर हुई हैं. विनेश फोगाट को ओवरवेट होने की वजह से डिस्क्वालीफाई किया गया. भारतीय कुश्ती और देश के लिए यह एक बड़ा झटका है, क्योंकि विनेश फोगाट गोल्ड मेडल जीतने के बेहद करीब थीं. उनका वजन महज 50 से 100 ग्राम अधिक पाया गया. इसके साथ ही 140 करोड़ भारतीयों की उम्मीदों पर पानी फिर गया. डिस्क्वालीफाई होने के बाद विनेश फोगाट की पहली तस्वीर सामने आई है.
इन तस्वीरों में विनेश फोगाट अफसोस करतीं और दुखीं नजर आ रही हैं. अभी विनेश को ऐसा लग रहा है जैसे उनका पूरा सपना ही चकनाचूर हो गया हो. वह जमीन पर बैठीं और रोती नजर आईं. इस तस्वीर में यह समझा जा सकता है कि अभी विनेश फोगाट के दिल पर क्या बीत रही होगी. वह भी तब, जब वह गोल्ड जीतने के महज एक कदम दूर थीं. मगर अब जो हो गया सो हो गया. अब विनेश को आगे बढ़ने की जरूरत है.
विनेश पेरिस में रोती नजर आ रही हैं.
अगर वह गोल्ड मेडल जीतती तो भारत के लिहाज से यह बड़ा कीर्तिमान होता. मंगलवार को विनेश ओलंपिक खेलों के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गई थीं, जब उन्होंने सेमीफाइनल में क्यूबा की युस्नेलिस गुज़मैन को 5-0 से हराया. आज यानी बुधवार को विनेश फोगाट गोल्ड मेडल के लिए अमेरिका की सारा ऐन हिल्डेब्रांड से भिड़ने वाली थीं.
पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट का अब तक का सफर कमाल का रहा है. उन्होंने उलटफेर किया था. वह ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान थीं. रेसलिंग के फाइनल मुकाबले से ठीक पहले विनेश फोगाट का वजन 50 किलोग्राम से 50 ग्राम से 100 ग्राम अधिक पाया गया. यही वह वजह थी, जिसके बाद 140 करोड़ भारतीयों का दिल टूट गया.
तस्वीर में देखिए डिस्क्वालीफाई होने के बाद विनेश फोगाट का हाल
विनेश फोगाट अगर गोल्ड मेडल जीत लेतीं तो यह भारत के लिए बड़ा रिकॉर्ड होता. विनेश फोगाट भारत की पहली महिला पहलवान थीं, जो ओलंपिक के किसी वर्ग के फाइनल में पहुंची थीं. पुरुष वर्ग में सुशील कुमार और रवि दाहिया को ओलंपिक फाइनल खेलना का अनुभव है लेकिन ये दोनों रजत पदक ही जीत पाये थे, ऐसे में विनेश के पास कुश्ती में देश का पहला गोल्ड मेडल जीतने का मौका था. मगर अब अफसोस के अलावा कुछ नहीं है. विनेश रियो और तोक्यो ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थीं.
Tags: 2024 paris olympics, Paris olympics, Vinesh phogat
FIRST PUBLISHED : August 7, 2024, 13:44 IST
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