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मध्य प्रदेश के इंदौर में कोविड-19 के मामले फिर सामने आए हैं। अभी तक 3 मरीजों में इसकी पुष्टि हो चुकी है। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बुधवार को बताया कि शहर में मौसमी बीमारियों के साथ ही कोविड-19 से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। शहर में अब तक कुल 18 मरीजों में डेंगू, तीन में कोविड -19 और एक-एक में स्वाइन फ्लू और चिकनगुनिया की पुष्टि हुई है।
इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉक्टर भूरे सिंह सेतिया ने एएनआई को बताया कि पिछले दो दिनों में तीन महिला रोगियों को कोविड -19 पॉजिटिव पाया गया है। इन महिलाओं ने शहर के निजी अस्पतालों में अपना परीक्षण कराया। इनमें से दो महिलाओं को उनकी अन्य बीमारी के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जो बाद में कोविड-19 पॉजिटिव पाई गईं। उनका इलाज चल रहा है, जबकि एक महिला घर पर ही आइसोलेशन में है।
सेतिया ने कहा कि इसके अलावा 18 लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई है, जबकि पिछले दो दिनों में शहर में स्वाइन फ्लू और चिकनगुनिया से पीड़ित एक-एक मरीज पाया गया है। उन्होंने कहा कि बारिश का मौसम है। जगह-जगह जलभराव है, जिसमें लार्वा पनपते हैं। हमने ड्रोन भी लाए हैं, जिनके जरिए इमारतों की छत पर जमा पानी में लार्वा का पता लगाया जा रहा है। लार्वा को खत्म करने के लिए दवा का छिड़काव किया जा रहा है।
इससे पहले जबलपुर जिले के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि 11 जुलाई से 6 अगस्त के बीच जबलपुर में स्वाइन फ्लू के कुल 11 मामले सामने आए थे। इनमें से नौ मरीज ठीक हो गए और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। स्वास्थ्य सेवा जबलपुर के संयुक्त निदेशक संजय मिश्रा ने कहा कि बारिश के शुरुआती दौर में हर साल सर्दी, खांसी और बुखार का प्रकोप बढ़ जाता है। स्वाइन फ्लू H1N1 वायरस के कारण होता है और COVID-19 की तरह यह भी गले का संक्रमण है। 11 जुलाई से अब तक जबलपुर में कुल 11 मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है, जिनका जिले के निजी और मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में इलाज चल रहा था। नौ मरीजों को छुट्टी दे दी गई है।
कहा कि इस बीमारी से घबराने की नहीं, बल्कि सावधान रहने की जरूरत है। यह हवा के जरिए एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इसलिए जो लोग पॉजिटिव पाए जाते हैं उन्हें अस्पताल में अलग रहना चाहिए और घर पर रहने से बचना चाहिए। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि जो लोग सर्दी, खांसी और बुखार से पीड़ित हैं, उन्हें भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचना चाहिए। साथ ही कहा कि डॉक्टर से सलाह और समय पर दवा लेना चाहिए।
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