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हरियाणा की पहलवान विनेश फोगाट ने पेरिस ओलिंपिक में इतिहास रच दिया है। विनेश फोगाट ओलिंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गई हैं। उन्होंने 50 kg वेट कैटेगरी के सेमीफाइनल में क्यूबा की पहलवान गुजमान लोपेजी को हराया। आज फाइनल मुका
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इससे पहले विनेश ने प्री क्वार्टर फाइनल में वर्ल्ड चैंपियन युई सुसाकी को अंतिम 10 सेकेंड में हराया। सुसाकी की इंटरनेशनल मैच में यह पहली हार थी। क्वार्टर फाइनल में विनेश ने यूक्रेन की ओकसाना को 7-5 से हराया।
विनेश फोगाट की जीत के बाद ससुराल और मायके में जश्न का माहौल है।
प्री क्वार्टर फाइनल में चैंपियन युई सुसाकी को हराने के बाद विनेश फोगाट भावुक हो गईं थी।
चाचा महावीर फोगाट बोले- मेरा सपना होगा पूरा
वहीं विनेश फोगाट की जीत पर द्रोणाचार्य अवार्डी चाचा महावीर फोगाट ने कहा- ”2016 में भी विनेश फोगाट से गोल्ड मेडल की पूरी उम्मीद थी। उसकी पूरी तैयारी भी थी। तब घुटने में चोट की वजह से रह गई। फिर उसके सिर में चोट लग गई। वह एक साल मैच से बाहर रही। इस बार हमें पूरी उम्मीद है कि विनेश मेरे गोल्ड मेडल का सपना पूरा करेगी।”
महावीर फोगाट ने आगे कहा- ”विनेश ने जापान की अच्छी लड़की को हराया है। मैंने देखा था कि जापान की लड़की लैग अटैक करती है। मैंने उसे कहा था कि पहला राउंड डिफेंस रखना। उसने वही किया और पहले राउंड में डिफेंस रख उसे हरा दिया।”
चचेरी बहन संगीता फोगाट ने कहा- ”हमें उम्मीद है कि विनेश फोगाट गोल्ड मेडल लेकर आएगी। इंडिया ने आज तक रेसलिंग में गोल्ड मेडल नहीं जीता है।”
विनेश के ससुर बोले- हमारी बहू देश के लिए गोल्ड मेडल जरूर जीतेगी
विनेश फोगाट के ससुर राजपाल राठी ने पूरी उम्मीद है कि बहू भारत के लिए गोल्ड मेडल जरूर जीतेगी। रविवार को विनेश से परिवार के लोगों की फोन पर बात हुई थी और उसने कहा था कि वह स्वर्ण पदक जीतने के लिए अपना जी-जान लगा देगी।
विनेश ने बृजभूषण के खिलाफ धरने की अगुआई की थी
भारतीय खेलों के लिहाज से साल 2023 का शुरुआती महीना एक अलग ही बड़े विवाद के कारण चर्चा में रहा था। जब कुछ ओलिंपियनों सहित करीब 23 खिलाड़ी रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के तत्कालीन अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ शारीरिक शोषण के आरोप लगाने के साथ ही उन्हें हटाने की मांग के साथ सड़कों पर आ गए थे।
कई दिनों तक धरना-प्रदर्शन चला और इसकी मुख्य रूप से अगुआई तीन पहलवान बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने की। इस विवाद का असर खिलाड़ियों की ओलिंपिक तैयारियों पर भी पड़ना ही था और पड़ा भी।
बजरंग पूनिया महाकुंभ के लिए क्वालीफाई नहीं कर सके तो उन्हें तीखी आलोचना झेलनी पड़ी। हमेशा की तरह ही मुसीबतों और राह के तमाम रोड़ों को धता बताते हुए विनेश फोगाट ने ओलिंपिक कोटा हासिल कर लिया। अब उन पर मेडल लाने के लिए बड़ी चुनौती भी होगी।
विनेश को चाचा महावीर फोगाट ने कुश्ती के लिए प्रोत्साहित किया
विनेश फोगाट का जन्म 25 अगस्त 1994 में हरियाणा में भिवानी जिले के बलाली गांव में हुआ। विनेश छोटी ही थीं कि उनके पिता की मौत हो गई। इसके बाद मां ने बड़े प्यार ने विनोश को बड़ा किया। उनका परिवार शुरू से ही कुश्ती को लेकर जाना जाता रहा है।
विनेश के चाचा महावीर फोगाट ने कुश्ती के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया। शुरू में विनेश की कुश्ती में दिलचस्पी नहीं थी। बाद में धीरे-धीरे उनका रूझान कुश्ती की तरफ बढ़ा। इसके बाद वह भारतीय महिला पहलवानों की लिस्ट में शामिल हो गईं। 13 दिसंबर 2018 को विनेश की शादी पहलवान सोमवीर राठी से हुई।
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