[ad_1]
महिला का शव बरामद करने के बाद छात्रा को ढूंढती SDRF टीम।
टोंक के लांबाहरिसिंह क्षेत्र में सोमवार शाम को रपटा पार करते समय बही महिला का शव 25 घंटे बाद मिला। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सुपुर्द किया। झाड़ली ग्राम पंचायत के संग्रामपुरा हाल मालपुरा निवासी शंकर खारोल पुत्र नाथू खारोल ने बताया कि मै
.
सोमवार शाम करीब 4.30 बजे वापस लौटने के लिए रवाना हुआ तो बीच में रपट पर पानी बह रहा था। वहां एक छात्रा अनु (18) पुत्री हनुमान जांगिड़ भी जयपुर जाने के लिए खड़ी थी। वही दो ग्रामीण भी घूमते हुए रपट के पास आए। इस दौरान ग्रामीणों ने बोला कि हम आपको हाथ पकड़कर रपट पार करा देते है। उसके बाद पांचों एक दूसरे का हाथ पकड़कर दूसरी ओर जा रहे थे। रपट के बीच में जाते ही यकायक पानी बढ़ गया और सभी एक एक कर पानी के तेज बहाव में बह गए। शंकर खारोल ने तैरकर करीब 15-20 फ़ीट दूर एक पेड़ को पकड़ लिया और जोर से बचाने के लिए आवाज लगाई। फिर आसपास के लोग दौड़ कर आए। उसे रस्सी के सहारे बाहर निकाला, दोनों ग्रामीण भी कुछ देर बाद तैरकर बाहर निकल गए, लेकिन शंकर खारोल की पत्नी और छात्रा बह गई। बाद में पुलिस और और प्रसाशनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्हे तलाशा, लेकिन सोमवार देर रात तक भी नहीं मिली। मंगलवार को फिर सुबह से ही उन्हे तलाशा गया। शाम करीब 6 बजे महिला का शव रपट से करीब एक किमी दूर SDRF टीम को मिल गया। छात्रा की तलाश जारी है। मृतक महिला विमला के 3 बेटे करण (16), सूरज (12), रोहित खारोल (11) है। शंकर अपने परिवार सहित मजदूरी का कार्य के लिए कभी हलवाइयों के साथ जाता है तो कभी ठेला लगाकर अपने परिवार का पालन पोषण करता है। वहीं छात्र के दादा सत्यनारायण जांगिड़ ने बताया कि मेरी पोती जयपुर ही फर्स्ट ईयर में अध्ययन कर रही थी। 2 दिन पहले भेरुजी महाराज के ढोंक लगाने आई थी। तेज बरसात में रपट में तेज बहाव के चलते हमने मना किया था लेकिन उसने कहा कि मेरी पढ़ाई चल रही है मैं आज ही जयपुर जाऊंगी। ऐसे में वह मालपुरा के लिए रवाना हुई थी। इससे पहले ही हादसे की शिकार हो गई।
इनपुट: संजय पाराशर, लांबाहरिसिंह।
[ad_2]
Source link