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होटल प्रबंधन संस्थान (आईएचएम) राँची में शैक्षणिक सत्र 2024-25 के बीएससी इन एच एंड एचए (स्नातक) एवं लघु पाठ्यक्रम में नामांकित छात्रों हेतु स्वागत समारोह का आयोजन बड़े उत्साह और जोश के साथ किया गया। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सुश्री अंजली यादव, निदेश
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समारोह की शुरुआत हवन अनुष्ठान के साथ हुई। इसके बाद मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन और छात्रों द्वारा प्रस्तुत गणेश वंदना की गई। छात्रों ने झारखंड की कला-संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुत किया, जिसे सभी ने काफी सराहा। प्राचार्य डॉ. भूपेश कुमार ने स्वागत भाषण दिया और संस्थान की उपलब्धियों को साझा किया। उन्होंने बताया कि संस्थान का उद्देश्य केवल पाठ्यक्रम को पूरा करना नहीं है, बल्कि एक ऐसा वातावरण बनाना है जहाँ छात्र अकादमिक ज्ञान के साथ जीवन की आवश्यक योग्यताओं को भी सीख सकें। उन्होंने छात्रों को संस्थान के शिक्षकों से भी परिचित कराया। साथ हीं पर्यटन विभाग झारखण्ड सरकार के संस्थान को हर कदम पर किये गए कुशल मार्गदर्शन एवं सहयोग की सराहना भी की । इसके अलावा वर्ष 2024 में संस्थान को पुरे भारत वर्ष में इंडिया टुडे रैंकिंग में प्रथम मर्जिंग होटल मैनेजमेंट संस्थान, जीआरडीसी के रैंकिंग सर्वे में 6वें स्थान तथा कम्पटीशन सक्सेस रिव्यु में प्रथम स्थान जैसे उपलब्धियां साझा की । साथ हीं छात्रों को हर नए अवसर हेतु खुद में आत्मविश्वास रखने हेतु प्रेरित भी किया । मुख्य अतिथि अंजली यादव ने छात्रों को संबोधित करते हुए होटल प्रबंधन और पर्यटन क्षेत्र में करियर के अवसरों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस पेशेवर कोर्स के बाद विभिन्न विकल्प उपलब्ध हैं और इस क्षेत्र में गुणवत्ता युक्त मानव संसाधन की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि सफलता व्यक्ति के भीतर होती है, अगर कोई गंभीर नहीं है तो उन्हें अच्छे नौकरी के अवसर नहीं मिलेंगे। पर्यटन और आतिथ्य उद्योग में गुणवत्ता युक्त मानव संसाधन की कमी एक बड़ी चुनौती है। साथ ही अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करके, होटल उद्योग में मांग के अनुसार खुद को ढालना, केवल किताबी ज्ञान ही नहीं अपितु बदलते तकनीक के साथ तकनीक अक सदुपयोग, किसी भी कार्य में कड़ी मेहनत के साथ स्मार्ट कार्य करने हेतु छात्रों को निर्देशित किया जिससे की बाकी प्रतिभागियों से आगे रह सके हैं । इसके अलावा बताया की होटल प्रबंधन जैसे एक पेशेवर पाठ्यक्रम के माध्यम से एक बेहतर भविष्य का निर्माण किया जा सकता है | इसके बाद छात्रों को संस्थान और एनसीएचएमसीटी के नियम और विनियम, परीक्षा नियम, पुस्तकालय नियम, प्रायोगिक प्रयोगशाला नियम, हॉस्टल नियम, शैक्षणिक कैलेंडर, विषय आदि की जानकारी दी गई। ये जानकारी आलोक असवाल, विभागाध्यक्ष, और संबंधित फैकल्टी सदस्य एवं स्टाफ द्वारा प्रदान की गई।समारोह का समापन संस्थान के विभागाध्यक्ष श्री आलोक असवाल के धन्यवाद ज्ञापन और राष्ट्रगान के साथ हुआ।
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