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Bangladesh Crisis News: बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना ने पिछले 15 सालों तक बांग्लादेश की सरकार पर काबिज रहने के बाद सोमवार (5 अगस्त) को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद ही वे देश छोड़कर भारत पहुंचीं. इस बीच सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि पड़ोसी देश में चल रहे हिंसक विरोध और ब्रिटेन के शरण देने के मामले में फंसे पेच के चलते फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां शेख हसीना को लंबे समय तक भारत में रुकने की संभावना के तहत अन्य प्रयासों में जुट गई हैं.
संभावना जताई जा रही है कि भारत सरकार शेख हसीना को लंबे समय तक भी शरण दे सकती है. हालांकि, अभी तक भारत सरकार की ओर से आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की गई है. सूत्रों ने बताया कि भारत सरकार 77 वर्षीय अवामी लीग प्रमुख हसीना के लिए एक यूरोपीय देश में शरण सुनिश्चित करने पर काम कर रही है, मगर उनकी यात्रा कुछ ‘दिक्कतें’ आ जाने के कारण अड़चन में फंस गई है. ऐसे में अगले कुछ दिनों तक उनके भारत से बाहर जाने की संभावना नहीं है.
बांग्लादेश की पूर्व PM के लिए ढूंढ़ा जा रहा स्पेशल सेफ हाउस
इस बीच इंडिया टुडे को सूत्रों ने बताया कि उन्हें किसी ऐसे सेफ हाउस में रखने की भी तैयारी है जो बड़ा हो और सुरक्षित हो. शेख हसीना की मुलाकात पीएम मोदी के साथ मुलाकात को लेकर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं. चूंकि, भारत सरकार उन्हें एक प्रधानमंत्री या राष्ट्राध्यक्ष होने के नाते सभी जरूरी प्रोटोकॉल दे रही हैं.
हालात पर बारीकी से नजर रख रहें NSA अजित डोवाल
इसके अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं. साथ ही पूर्व पीएम शेख हसीना की प्रवास योजनाओं और किसी यूरोपीय देश में उनके संभावित शरण के बारे में प्रधानमंत्री मोदी को नियमित तौर पर अपडेट दे रहे हैं.
भारत की जिम्मेदारी है शेख हसीना की सिक्योरिटी
सूत्रों का कहना है कि “वायुसेना और सुरक्षा एजेंसियों ने शेख हसीना के प्रवास के लिए संभावित लंबे समय तक भारत में रुकने की व्यवस्था पर विचार करते हुए हिंडन एयर बेस से लेकर दिल्ली के सफदरजंग और पालम हवाई अड्डों तक स्पेशल अभ्यास कर रही है. इसको लेकर ड्रिल भी की गई है. इस बीच, सूत्रों ने यह भी बताया कि शेख हसीना की आंतरिक सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के कमांडो तैनात किए गए हैं. जबकि, वायुसेना के गरुड़ कमांडो हिंडन एयरबेस पर बाहरी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.
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