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पलामू में मंगलवार की सुबह खेत में काम करने गए बाप-बेटे की मौत बिजली की तार के चपेट में आने से हो गई। लाइन कटवाने के लिए स्थानीय लोगों ने बिजली ऑफिस में लगातार फोन किया पर फोन नहीं उठा।
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इसके बाद किसी तरह दोनों को पास के स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, पर वह भी बंद था। इसके बाद उन्हें मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। तब तक बहुत देर हो चुकी थी। इलाके क्रम में पहले बाप की मौत हो गई, फिर बेटे ने भी दम तोड़ दिया।
खेत में टूटकर गिरा था जर्जर तार
जानकारी के मुताबिक घटना पांकी थाना क्षेत्र के हुरलौंग गांव में हुआ है। नागेंद्र चंद्रवंशी (55) अपने बेटे अश्विन वर्मा उर्फ पिंटू चंद्रवंशी (30) के साथ सुबह – सुबह अपने खेत में काम करने गए थे। पिंटू रोजगार सेवक था। पिपरा ब्लॉक में वह कार्यरत था। खेत से गुजरे बिजली पोल का जर्जर तार टूटकर इनके खेत में गिरा हुआ था। उसमें बिजली सप्लाई हो रहा था।
इसी टूटे हुए बिजली तार की चपेट में पिता नागेंद्र चंद्रवंशी आ गए। पिता को करंट लगा देख उनके पीछे चल रहा बेटा उन्हें बचाने गया। इस दौरान वह भी करंट के चपेट में आ गया। इनका खेत घर से करीब एक किलोमीटर दूर था। पिता – पुत्र को करंट लगा देख लाइट कटवाने के लिए ग्रामीणों को काफी मशक्कत करना पड़ा। बिजली विभाग के कर्मी को कई बार फोन करने पर भी फोन नहीं उठा।
पास का स्वास्थ्य केंद्र भी मिला बंद
स्थानीय लोग किसी तरह आनन-फानन में दोनों को गंभीर हालत में हुरलौंग स्वास्थ्य केंद्र ले गए मगर वह भी बंद मिला। फिर उन्हें इलाज के लिए मेदनीराय मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया। जहां इलाज के क्रम में पहले पिता फिर पुत्र ने दम तोड़ दिया।
ग्रामीणों ने घटना के लिए बिजली विभाग को दोषी ठहराया है। उनका कहना है कि जर्जर तार को बदलने के लिए कई बार कहा गया मगर कोई सुनवाई नहीं हो रहा है। एक माह पहले भी इलाके के एक युवक की मौत इसी तरह करंट लगने से हुई थी।
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