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राज्यसभा में बोलते चेयरमैन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, सांसद जया बच्चन और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर।
हरियाणा के पूर्व CM और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के अविवाहित होने का मामला संसद में गूंज गया। इसके जवाब में खट्टर ने भी दिलचस्प अंदाज में जवाब दिया।
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हुआ यूं कि राज्यसभा की कार्यवाही चल ही थी। इस दौरान चेयरमैन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने जया बच्चन को ‘जया अमिताभ बच्चन’ कहकर पुकारा। इस पर जया बच्चन ने उनके नाम के साथ अमिताभ बच्चन का नाम जोड़े जाने पर नाखुशी जाहिर की।
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने उन्हें समझाया कि ये उन्होंने ही लिखकर दिया है। धनखड़ ने केंद्रीय मंत्री खट्टर का नाम पुकारा तो जया बच्चन कह बैठीं कि मंत्री मनोहर लाल खट्टर के नाम के साथ उनकी पत्नी का भी नाम लगाइए। जिसके बाद खट्टर ने कहा कि इसके लिए तो हमें भी अगले जन्म का इंतजार करना पड़ेगा।
संसद भवन में हुई पूरी बातचीत पढ़ें…
चेयरमैन जगदीप धनखड़: श्रीमती जया अमिताभ बच्चन।
जया बच्चन: सर, आपको अमिताभ का मतलब पता है ना।
चेयरमैन धनखड़: नाम बदलवा दीजिए
(जया बच्चन इस बीच कुछ बोलने लगीं)
चेयरमैन धनखड़: जो नाम इलेक्शन सर्टिफिकेट में आता है और जो यहां सबमिट किया जाता है। उसके अंदर बदलाव की प्रक्रिया है। इसका लाभ मैंने खुद 1989 में उठाया था।
जया बच्चन: नो सर, मुझे अपने नाम, अपने पति के नाम और उनकी अचीवमेंट पर गर्व है। यह आभा मिट नहीं सकती। ये ड्रामा आप लोगों ने नया शुरू किया, पहले नहीं था।
चेयरमैन धनखड़: मैं एक बार फ्रांस गया था। मैं होटल में गया। इस बारे में मैनेजमेंट ने मुझे बताया कि हर ग्लोबल आईकन की फोटो लगी है। मैं वहां गया तो वहां अमिताभ बच्चन की फोटो लगी थी। पूरे देश को उन पर गर्व है। इसके बाद चेयरमैन उपराष्ट्रपति ने केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर का नाम लिया।
जया बच्चन: सर, इनके नाम के आगे इनकी पत्नी का नाम भी लगा दीजिए। मैं इसके सपोर्ट में नहीं, लेकिन यह गलत है।
चेयरमैन धनखड़: एक चीज बताऊं, इस चीज का निर्णय मैं करता हूं। मैंने आपको नाम से पुकारा था। मैंने कई बार अपना परिचय डॉक्टर सुदेश पति के नाम से दिया है। ये मेरी वाइफ का नाम है। मैंने आपकी भावनाओं का सम्मान किया है।
मनोहर लाल खट्टर: इन्होंने सुझाव दिया कि मेरे नाम के साथ कुछ जोड़ा जाए। कहो तो मैं जवाब दूं।
चेयरमैन धनखड़: यह मुश्किल है।
मनोहर लाल खट्टर : मुझे उस काम के लिए अगले जन्म का इंतजार करना पड़ेगा। उससे पहले तो ये संभव है नहीं।
अविवाहित खट्टर RSS के प्रचारक रह चुके
मनोहर लाल खट्टर ने शादी नहीं की। वह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक रह चुके हैं। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ काम किया। मोदी भी उस वक्त राजनीतिक जीवन में नहीं आए थे। मोदी ने खुद बताया था कि वे खट्टर के साथ बाइक पर पीछे बैठकर रोहतक से गुरुग्राम आते-जाते थे।
अचानक CM बन चौंकाया, पहली लोकसभा जीत के बाद मंत्री बने
मनोहर लाल खट्टर 2014 में सुर्खियों में आए थे। जब भाजपा को पहली बार हरियाणा विधानसभा चुनाव में बहुमत मिला था। जिसके बाद भाजपा में कई नाम सुर्खियों में थे, लेकिन अचानक पंजाबी कम्युनिटी से आते खट्टर को भाजपा ने मुख्यमंत्री बना दिया। खट्टर हरियाणा में भाजपा के सबसे बड़े गैर जाट चेहरा बने।
2019 में जब दोबारा भाजपा की जजपा के साथ मिलकर गठबंधन सरकार बनी तो भी खट्टर को दोबारा सीएम बनाया गया। हालांकि इस बार लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्हें सीएम कुर्सी से हटा दिया गया। खट्टर करनाल लोकसभा सीट से चुनाव जीते और पहली बार में ही उन्हें केंद्रीय मंत्री बना दिया गया।
घर दान किया, कुंवारों के लिए पेंशन शुरू की
खट्टर ने सीएम रहते अपने रोहतक के निंदाणा गांव स्थित घर को दान कर दिया। इसके अलावा सीएम रहते खट्टर ने हरियाणा में कुंवारों के लिए पेंशन शुरू की। जिसमें 40 से 60 साल की उम्र तक फायदा दिया गया। इस दायरे में राज्य के करीब 71 हजार कुंवारे और विधुर लोग आए।
इन्हें हर महीने 2750 प्रतिमाह पेंशन देने का फैसला हुआ। इस पर हर महीने 20 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान किया गया था। वहीं 60 साल की उम्र के बाद ऑटोमेटिकली यह पेंशन बुढ़ापा पेंशन में तब्दील हो जाएगी। हालांकि तलाकशुदा व लिव-इन रिलेशनशिप में रहने वाले व्यक्ति को यह पेंशन नहीं मिलती है।
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