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मध्यप्रदेश में भारी बारिश का दौर अगले एक सप्ताह थमा रहेगा। मानसून ट्रफ के प्रदेश से ऊपर निकलने और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के कमजोर होने से ऐसा होगा।
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एमपी में मानसून की एंट्री से अब तक 45 दिन हो गए, इस दौरान औसत 24.4 इंच बारिश हो चुकी है, जो सीजन की 65% है। भोपाल, मंडला, सिवनी, नर्मदापुरम समेत 7 जिले ऐसे हैं, जहां पर 30 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। मंडला में सबसे ज्यादा 36.67 इंच बारिश हो चुकी है।
आईएमडी भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया, मानसून ट्रफ मध्यप्रदेश के ऊपर है। ईस्ट-वेस्ट ट्रफ भी गुजर रही है। ट्रफ साउथ राजस्थान से नार्थ केरल तक जा रही है। इस वजह से भारी बारिश का अलर्ट नहीं है। एक सप्ताह तक ऐसा ही दौर रहेगा।
बिजली गिरने के आसार ज्यादा
सीनियर वैज्ञानिक डॉ. सुरेंद्रन ने बताया कि प्रदेश में गरज-चमक की एक्टिविटी बनी रहेगी। इससे आकाशीय बिजली गिरने या चमकने के मामले बढ़े रहेंगे। इसलिए बिजली चमकने के दौरान लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की गई है।
एक सप्ताह से भारी बारिश, डैम छलके, नदियां उफान पर
प्रदेश में पिछले एक सप्ताह से भारी बारिश का दौर चल रहा है। इससे प्रदेश के डैम-तालाबों में पानी छलक उठा तो नदियां भी उफान पर रही। सोमवार को भी बारिश से छोटी-बड़ी नदियां उफान पर रही। बरगी, बाणसागर, कलियासोत, भदभदा जैसे 10 बड़े बांधों के गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। जबलपुर में बरगी बांध 94 प्रतिशत भर गया है। 17 गेट से पानी छोड़ा गया।
शिवपुरी में सिंध नदी में उफान आने से टापू पर 18 लोग फंस गए। दो घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस और एसडीईआरएफ की टीम ने उनका रेस्क्यू किया। सागर के बीना में गौधाम जलाशय में सेल्फी लेने के दौरान दो लोगों की डूबने से मौत हो गई। सतना में मकान ढहने से दिव्यांग युवक की मौत हो गई। हरदा में भी जर्जर मकान की दीवार ढह गई। सागर के बीना और खुरई में मकानों में पानी भर गया।
भोपाल में दिनभर रिमझिम बारिश का दौर चला। शाम को भी कुछ देर के लिए तेज बारिश हुई। सोमवार को नर्मदा समेत अन्य नदियां भी उफान पर रही।
तस्वीरों में देखिए सोमवार को हुई बारिश…
सिंध नदी में उफान आने से सोमवार को टापू पर फंसे 18 लोगों को रेस्क्यू किया।
मोतीचूर नदी के किनारे बने आधा दर्जन मकानों में पानी भर गया।
सोमवार को दूसरे दिन भी कट्टा नदी में बहे युवक की तलाश जारी रही।
अब तक 22% बारिश ज्यादा हुई
प्रदेश में मानसून की एंट्री 21 जून को हुई थी। एक सप्ताह में पूरे प्रदेश में मानसून छा गया था। तभी से तेज बारिश का दौर चल रहा है। अब तक 22 प्रतिशत बारिश ज्यादा हो चुकी है। प्रदेश के पश्चिमी हिस्से यानी, भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, चंबल, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग में औसत से 26% और पूर्वी हिस्से यानी, जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग में औसत से 19% बारिश अधिक हो चुकी है।
एमपी के शहरों में इतनी बारिश…
इन जिलों में सबसे ज्यादा पानी गिरा
प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश मंडला जिले में 36.67 इंच हुई है, जो नॉर्मल बारिश से करीब 11 इंच अधिक है। इसके बाद सिवनी में 34.83 इंच, नर्मदापुरम-रायसेन में 33 इंच और भोपाल में 32 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। दतिया में सबसे कम औसत 13 इंच बारिश ही हुई है।
अगले 3 दिन ऐसा रहेगा मौसम…
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