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Bangladesh Government Crisis: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख़ हसीना ने कई हफ्ते चले छात्रों के हिंसक प्रदर्शनों के अशांति में बदलने के बाद इस्तीफ़ा देकर देश छोड़ दिया है. रिपोर्टों के मुताबिक़, 76 वर्षीय शेख़ हसीना सोमवार (5 अगस्त) हेलीकॉप्टर से बांग्लादेश छोड़कर भारत पहुंच गई है. इसके बाद बांग्लादेश सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राष्ट्र को संबोधित किया. सेना प्रमुख ने बताया कि जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते, तब तक सेना तैनात रहेगी.
बांग्लादेश के सेना चीफ जनरल वेकर-उज-जमान ने कहा कि देश में एक अंतरिम सरकार की स्थापना होगी. इसके लिए उन्होंने अलग अलग पक्षों से बात भी की है. इस दौरान सेना प्रमुख ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की. साथ ही बांग्लादेश में आंदोलन में जो लोग मारे गए हैं, सेना प्रमुख ने उनके लिए न्याय का भरोसा दिया है. उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात से दुनिया में बांग्लादेश की बदनामी हुई है. ऐसे में बांग्लादेश में जल्द ही अंतरिम सरकार का गठन होगा.
शेख हसीना के भारत पहुंचने की 48 घंटे की टाइमलाइन
- बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना बांग्लादेश छोड़कर भारत पहुंच गई हैं. इस दौरान हसीना दिल्ली से सटे गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर सी-130 ट्रांसपोर्ट विमान से उतरी हैं. सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने यहां रहने के लिए शरण तो नहीं मांगी है पर वह कुछ समय तक भारत में रहेंगी. इसके बाद वे लंदन के लिए रवाना हो सकती हैं. हालांकि,ब्रिटेन ने कथित तौर पर बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना के राजनीतिक शरण के अनुरोध को स्वीकार करने से इनकार कर दिया है.
- सेना ने घोषणा की है कि प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बाद ढाका के शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को अगले छह घंटों के लिए बंद कर दिया गया है. स्थानीय मीडिया ने बताया है कि इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने हवाई अड्डे के बंद होने की घोषणा की पुष्टि की है.
- सेना के तख्ता पलट के बाद शेख हसीना ने अपना पद छोड़ने का फैसला लिया.बताया जा रहा है कि बांग्लादेश के सेना प्रमुख वकार-उज़-ज़मान ने शेख हसीना को 45 मिनट के भीतर इस्तीफा देने का अल्टीमेटम दिया था. इस्तीफा देने के बाद शेख हसीना एक विशेष सेना हेलीकॉप्टर से देश छोड़कर रवाना हो गईं थी.
- बांग्लादेश में आरक्षण के मुद्दे पर पिछले महीने प्रदर्शन की शुरुआत हुई थी. देखते ही देखते छात्र संगठन हिंसक हो गए. बांग्लादेश सरकार ने 1971 मुक्ति संग्राम में शामिल होने वाले लोगों के रिश्तेदारों को सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण का आदेश था. जिसके बाद जुलाई के आखिरी में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला रद कर दिया. इसके बाद भी प्रदर्शन नहीं थमे. रविवार (4 अगस्त) को भड़की हिंसा में करीब 100 लोगों की मौत हुई थी. भीड़ ने कई पुलिसकर्मियों को गोली मार दी थी. हालांकि, अब तक इस हिंसा में अब तक कुल 300 लोगों की मौत हो चुकी है.
- बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना सोमवार (5 अगस्त) को दोपहर लगभग 2:30 बजे एक सैन्य हेलीकॉप्टर पर पीएम आवास से अपनी छोटी बहन शेख रेहाना के साथ भारत के अगरतला जाने के लिए रवाना हुईं.
- इसके बाद ही बांग्लादेश में सेना प्रमुख जनरल वकार ने देश को संबोधित करते हुए कहा है कि देश में एक अंतरिम सरकार की स्थापना होगी. इसके लिए उन्होंने अलग अलग पक्षों से बात भी की है. सेना प्रमुख ने देश को संबोधित करते हुए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. बांग्लादेश में आंदोलन में जो लोग मारे गए हैं, सेना प्रमुख ने उनके लिए न्याय का भरोसा दिया है.
- बांग्लादेश में शेख़ हसीना के इस्तीफ़े के बाद प्रदर्शनकारी ढाका स्थित प्रधानमंत्री के आवास में घुस गए हैं. तस्वीरों में प्रदर्शनकारियों को प्रधानमंत्री आवास का सामान उठाकर ले जाते हुए देखा जा रहा है.
- बांग्लादेश में शेख़ हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफ़ा देकर देश से बाहर चले जाने के बाद हज़ारों प्रदर्शकारियों को जश्न मनाते हुए देखा गया है. ढाका के गणभवन में कुछ प्रदर्शकारी शेख़ मुजीबुर्रहमान की मूर्ति पर भी चढ़ गए और मूर्ति को तोड़ने की कोशिश की.
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