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Kim Jong Missiles: ईरान में हुई हमास लीडर की हत्या के बाद पूरी दुनिया की नजर फिलिस्तीन और यूक्रेन पर टिकी हैं, लेकिन दुनिया के एक और हिस्से में संघर्ष का खतरा मंडरा रहा है. उत्तर कोरिया के तानाशाह ने देश की फ्रंट लाइन आर्मी यूनिट को 250 परमाणु सक्षम मिसाइलें दी हैं. किम जोंग अमेरिकी खतरे को देखते हुए देश की परमाणु क्षमताओं को बढ़ाने का आदेश दिया है. किम जोंग दक्षिण कोरिया की सीमा पर परमाणु मिसाइलों को तैनात कर रहे हैं. हाल ही में सेना को दिए गए लॉन्चर देश की युद्धक सामग्री बनाने वाली फैक्ट्रियों में बैलिस्टिक मिसाइल के लिए डिजाइन किए गए हैं. ये लॉन्चर कम क्षमता वाले परमाणु हथियारों के लिए उपयुक्त बताए जा रहे हैं.
फर्स्टपोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, किम जोंग ने कहा है कि ये लॉन्चर दक्षिण कोरिया के खिलाफ उनकी सेना को जबरदस्त मारक क्षमता देंगे. साथ ही सामरिक परमाणु हथियारों की दक्षता में सुधार करेंगे. उत्तर कोरिया की इन मिसाइलों को मोबाइल बेस्ड बनाया गया है, जिन्हें कहीं भी आसानी से ले जाया जा सकता है. इन मिसाइलों का उद्देश्य दक्षिण कोरिया की मिसाइलों को चुनौती देना है, साथ ही अमेरिका तक पहुंच बनाने के लिए अंतरद्वीपीय मिसाइलों की दिशा में काम करना है. किम जोंग के हालिया हथियार परीक्षणों को उत्तर कोरिया के लिए परमाणु ताकत के रूप में स्वीकार कराना है, साथ ही उसपर लगे प्रतिबंधों को हटाने के लिए अमेरिका पर दबाव डालना है.
किम जोंग तेजी बढ़ा रहे हथियारों का जखीरा
यूक्रेन और रूस के बीच शुरू हुए युद्ध की आड़ में किम जोंग ने देश के लिए हथियारों के विकास में तेजी लाए हैं. मौजूदा समय में किम जोंग का पूरा फोकस परमाणु हथियारों पर है. इसके जवाब में अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया संयुक्त सैन्य अभ्यास कर रहे हैं. साउथ कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के प्रवक्ता ली सुंग जून ने बताया कि उनकी देश की सेना और अमेरिकी सेना मिलकर उत्तर कोरिया के हथियारों के विकास के बारे में बारीकी से विश्लेषण कर रही हैं. इस दौरान मिसाइल प्रणालियों की निगरानी और उनके संचालन पर खासतौर पर ध्यान दे रही हैं.
अमेरिका की बढ़ी चिंता
उत्तर कोरिया की मिसाइल परीक्षणों के बाद दक्षिण कोरिया और अमेरिका की चिंताएं बढ़ गई हैं. हाल ही में किम जोंग ने ह्वासोंग-11 मिसाइल का भी जिक्र किया था. यह मिसाइल दक्षिण कोरिया की राजधानी को कवर करते हुए 100 किलोमीटर तक पहुंचने में सक्षम है. इसके अलावा किम जोंग ने एक बार फिर अमेरिका के साथ टकराव को लेकर तैयार रहने का आदेश दिया है.
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