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कोल्हान विश्वविद्यालय में स्नातक (यूजी) के सत्र 2021-24 का सेमेस्टर विलंब से चलने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस संबंध में सिंहभूम सांसद जोबा मांझी ने कुलाधिपति सह राज्यपाल को पत्र लिखकर जल्द से जल्द सकारात्मक कदम उठाने की अपील की है। पत्र में सांस
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इसी दिन 28 अगस्त से छठे सेमेस्टर की परीक्षा की तिथि की भी घोषणा कर दी गई। सांसद ने कहा- पहले तो परीक्षा में देरी की गई आैर अब जल्दबाजी में स्टूडेंट्स को परीक्षा की तैयारी करने का समय नहीं दिया जा रहा है। सीबीसीएस के तहत यह निर्धारित है कि एक सेमेस्टर की परीक्षा के बाद दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा के लिए कम से कम 3 महीने की पढ़ाई जरूरी है। लेकिन यहां एक महीने के अंदर ही परीक्षा ली जा रही है। 6 महीने का कोर्स विवि सिर्फ एक महीने में कैसे पूरा करा लेगा, यह समझ से परे है।
फाइनल सेमेस्टर की परीक्षा में देरी से स्टूडेंट्स को हो रहा नुकसान
पत्र में आगे कहा गया है- यदि सितंबर के दूसरे सप्ताह तक छठे सेमेस्टर का रिजल्ट प्रकाशित हो जाता है तो किसी अच्छे कॉलेज में स्नातकोत्तर (पीजी) की रिक्त सीटों पर स्टूडेंट्स दाखिला ले सकते हैं। लेकिन सितंबर के आधे महीने तक तो परीक्षा ही चलेगी। इसके बाद मूल्यांकन व रिजल्ट प्रकाशन में कम से कम एक महीने का समय लगेगा। ऐसे में फाइनल सेमेस्टर का रिजल्ट अक्टूबर से पहले आने की कोई उम्मीद नहीं है।
केयू के अधिकतर सेमेस्टर 6 महीने से डेढ़ साल की देरी से चल रहे
कोल्हान विश्वविद्यालय सत्र लेट करने में सबसे आगे है। यहां एक दर्जन से अधिक कोर्स 6 महीने से डेढ़ साल तक की देरी से चल रहे हैं। दैनिक भास्कर में इससे संबंधित खबर प्रकाशित होने के बाद विवि ने आनन-फानन में यूजी व पीजी के कई सेमेस्टर की परीक्षाओं की तिथि घोषित की है। कुछ परीक्षाओं का तो परीक्षा फॉर्म भरने व परीक्षा की तिथि एक साथ ही घोषित की गई है।
हमारे साथ मजाक कर रहा केयू प्रशासन
समय नहीं दिया जा रहा है। सीबीसीएस के तहत यह निर्धारित है कि एक सेमेस्टर की परीक्षा के बाद दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा के लिए कम से कम 3 महीने की पढ़ाई जरूरी है। लेकिन यहां एक महीने के अंदर ही परीक्षा ली जा रही है। 6 महीने का कोर्स विवि सिर्फ एक महीने में कैसे पूरा करा लेगा, यह समझ से परे है।
स्टूडेंट्स बोले-
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