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झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सदन को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने घोषणा की कि झारखंड के अग्निवीरों को उनकी सरकार अनुग्रह राशि देगी। अगर राज्य के किसी अग्निवीर का निधन हो जाता है, तो उसके आश्रित को सरकारी नौ
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अपने संबोधन के दौरान सीएम हेमंत सोरेन ने विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने की कोशिश की।हेमंत सोरेन ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राज्य के 24 जिलों में भाजपा का दफ्तर किन जमीनों पर बना है। उसे लेकर सवाल खड़ा किया। आरोप लगाया कि भाजपा के ये सारे दफ्तर गलत तरीके से बनी है।
मुख्यमंत्री ने कहा, मानसून सत्र का यह अंतिम दिन है। विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा इनके मुद्दे क्या है, इनके विषय क्या है। इन्हें खुद नहीं पता यह राजनीतिक उद्देश्य की पूर्ति का प्रयास कर रहे हैं।
हेमंत सोरेन ने आरोप लगाया कि झारखंड में भाजपा के सारे दफ्तर गलत तरीके से बनाए गए है।
भाजपा पर साधा निशाना
हेमंत सोरेन ने कहा, मीठा-मीठा घप घप कड़वा-कड़वा थू-थू। उन्होंने कहा, पांच सालों में भाजपा ने कितना काम किया है, उसकी सूची मेरे हाथ में है। भाजपा के 24 जिलों के दफ्तर की तस्वीर दिखाते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी कई जमीन है, जिस पर भाजपा का कार्यालय बना है, जहां दो-दो मर्डर हुए हैं।
ये लोग मेरी सरकार पर जमीन लूटने का आरोप लगाते हैं, यह देखिए और इनसे पूछिए कि पांच वर्षों में जो जमीन बनी उसका पैसा कहां से आया। इस सूची में तो कई गैरमजरुवा और सरकारी जमीन भी है। यह दस्तावेज है।
असम में भी झारखंड के लोग, वहां भी होगा बीजेपी का सफाया
हेमंत सोरेन ने कहा, बीजेपी वाले छल, धोखा, फरेब का आरोप लगाते हैं। अलग-अलग जगहों से यह लोगों को लाकर इंपोर्ट करते हैं। असम में बाढ़ आई है, वहां के लोग डूब रहे हैं, लेकिन वो वहां नहीं है। यहां वो समाज के विभाजन के लिए दौरा कर रहे हैं। हेमंत सोरेन ने कहा, चिंता मत कर असम से लोग झारखंड नहीं आए हैं। यहां से लोग झारखंड गए हैं। असम में चुनाव होने दीजिए, वहां से भी इनका सफाया हो जाएगा।
हेमंत सोरेन ने कहा, हमारे राज्य में कोई कानून बनता है तो वह असंवैधानिक हो जाता है।
नियुक्ति के सवाल पर दिया जवाब
हेमंत सोरेन ने नियुक्ति के सवाल पर कहा कि हमने एक लाख से अधिक लोगों की नियुक्ति की है। कई जिलों में जाकर मैंने इन हाथों से हजारों बच्चों को नियुक्ति पत्र दिया है। आज वह बच्चे कई जगहों पर नौकरी करके अच्छा पैसे कमा रहे हैं। 20 सालों में इनकी सरकार ने कोई नियमावली नहीं बनाई। हमने आदिवासी और मूलवासियों को अधिकार मिले, इसके लिए नीति बनाया। इन्होंने कोर्ट-कचहरी के माध्यम से सरकार को रोकने का प्रयास किया। हमारे खिलाफ कोर्ट में कौन गया था। वह भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता था।
हेमंत सोरेन ने कहा, हमारे राज्य में कोई कानून बनता है तो वह असंवैधानिक हो जाता है। अगर यही कानून किसी और राज्य में होता है तो उसे मान्यता मिल जाती है। ग्रेड ए की नियुक्ति निकाली, लिपिक लेखा पदाधिकारी की नियुक्ति की। हमने 83 प्रतिशत यहां के आदिवासी और मूलवासी को जगह दिया। किसी-किसी में तो 100 प्रतिशत भी किया है।
पंचायत सचिव, पंचायत कर्मचारी, आईटीआई इंजीनियर, कनीय अभियंता, सहायक अभियंता, कई ऐसी नियुक्ति की जो राज्य में पहली बार की। विपक्ष किस मुद्दे पर बात करेगा। यह अंतिम सत्र नहीं, यह अनवरत चलने वाला सत्र है। यह अभी भी चलेगा और आने वाला समय में हम ही होंगे।
कई लोगों का मानदेय बढ़ाया
मुख्यमंत्री ने कहा, हमने पारा शिक्षक के मानदेय में 50 प्रतिशत की वृद्धि की। आंगन बाड़ी सेविका का वेतन बढ़ाया, रसोईया के मानदेव में 100 प्रतिशत की बढ़ोतरी की। रोजगार सेवक के मानदेय में 50 प्रतिशत की वृद्धि की। अनुबंध कर्मियों के मानदेय में एक हजार दो सौ पचास करोड़ रुपए का अतिरिक्त प्रावधान किया गया।
हमने जो पांच साल में किया इन्हें करने में 50 साल लेगेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा, जो विगत पांच सालों में हमने किया यह लोग 50 सालों में भी नहीं कर पाते। इनका यह है कि ना करेंगे ना करने देंगे। लोकसभा में हल्का आइना दिखाया गया है, विधानसभा चुनाव में पूरा दिखेगा। नियोजन नीति इन्होंने दोहराई। यह विचित्र है कि 27 प्रतिशत का आरक्षण पिछड़ों को देना चाहते हैं, उसमें भी आगे नहीं बढ़ने दिया। सरना धर्म कोड लागू नहीं हुआ। लंबोदर जी आदिवासी बनना चाहते हैं, यहां आदिवासी की हालत खराब है क्या करिएगा आदिवासी बनकर।
कुछ प्रखंडों में मिल रहा है बेरोजगारी भत्ता, जल्द पूरे राज्य में मिलेगा
विपक्ष ने जब जेएमएम का घोषणा पत्र दिखाया तो हेमंत सोरेन ने कहा, हमारी किताब हमें दिखा रहे हैं। जाकर पता कीजिए कि बेरोजगारी भत्ता मिल रहा है या नहीं। कुछ प्रखंडों में मिल रहा, हम इसे पूरे राज्य में जल्द लागू करेंगे। यह हिंदू-मुस्लिम के नाम पर वोट मांगते हैं। अभी अयोध्या में वो तमाचा लगा है कि यह संभल नहीं पा रहे हैं। ट्रेन ऐसे टकरा रही है, जैसे सड़क पर हादसे होते हैं। एक प्रतिस्पर्धा है कि कहां ज्यादा हादसे हो रहे हैं।
गुजरात और बिहार में पेपर लीक लेकिन बदनाम झारखंड हुआ
गुजरात में एक भी सरकारी परीक्षा नहीं हुई है। सारा का सारा पेपर लीक हुआ। गुजरात में पेपर लीक हुआ, बिहार में हुआ, लेकिन अखबार में झारखंड में पेपर लीक की खबर आती है। मीडिया इनकी जेब में, यह तो दावा करते हैं कि कोर्ट भी इनकी जेब में है। आज देश में आदिवासी दलित पिछड़ा क्यों है। अगर यह डेमोग्राफी की बात करते हैं, बांग्लादेशी घुसपैठ की बात करते हैं तो पूछिए इनसे रांची में क्यों जनसंख्या बढ़ी, जमशेदपुर में किसकी वजह से जनसंख्या बढ़ी।
घुसपैठ के लिए केंद्र जिम्मेदार
घुसपैठ तीन तरीके से होता है, हवा से पानी से और जमीन से तीनों पर इनका मालिकाना हक है। रुपया अपने पैर पर नहीं अपने सिर के बल खड़ा है। हमारी स्थिति पाकिस्तान से भी बदतर करने की स्थिति में है। महंगाई थम नहीं रही है। आज गरीब मजदूर भूखा है। सारी इंडस्ट्रीज खत्म हो रही है। ये बड़ी-बड़ी बातें करते हैं। पहले यह लोकसभा में चिल्लाते रहे, भाजपा की सरकार है आज वैशाखी की सरकार है। यह पूछिए कि इनके दफ्तर जिस जमीन पर बने हैं, उसका क्या जवाब है।
मुझे जेल नहीं होती तो रोजगार का आंकड़ा 5 लाख के पार होता
हमने डेढ़ लाख से अधिक लोगों को नौकरी दी है। हम आगे बढ़ने लगे तो मुझे ही जेल में डाल दिया। मैं वादे के साथ कहता हूं, अगर मैं बाहर रहता तो पांच लाख की संख्या भी पार हो जाती। सभी को मालूम है कि हम क्या कहते हैं। सहायक पुलिस वालों की गलत तरीके से बहाली हुई। आने वाले समय में विभिन्न पदों पर उनकी नियुक्ति का प्रयास किया। यह अग्निवीर जैसी योजना लाते हैं। भ्रमित करने वाले बयान देते हैं।
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