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केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय भोपाल परिसर में 1अगस्त (गुरुवार) को सात दिवसीय संकाय विकास कार्यक्रम ( फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम कंप्यूटर ) का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन एलएनसीटी के वाइस चांसलर प्रो. एन के थापक ने किया। इस कार्यक्रम में
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निदेशक प्रो. रमाकांत पांडे्य ने कहा संस्कृत के छात्रों को चाहिए कि वह कंप्यूटर आधारित शिक्षा से अपने आप को सबल बनाते हुए संस्कृत शास्त्रों के संरक्षण तथा प्रचार प्रसार में इसका समुचित उपयोग व दोहन करें।
भोपाल परिसर के निदेशक प्रो. रमाकांत पांडे्य ने मुख्य अतिथि एनके थापक का शॉल श्रीफल से स्वागत किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता भोपाल परिसर के निदेशक प्रो. रमाकांत पांडे्य ने की। उन्होंने कहा कि शिक्षा के जगत में कंप्यूटर एक क्रांति लेकर आया है। संस्कृत के छात्रों को चाहिए कि वह कंप्यूटर आधारित शिक्षा से अपने आप को सबल बनाएं। कार्यक्रम के संरक्षक केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय नई दिल्ली के कुलगुरु प्रोफेसर श्रीनिवास बरखेड़ी हैं।
कार्यक्रम में शामिल संस्थान के सभी परिसर के कंप्यूटर प्राध्यापक।
मुख्य अतिथि प्रो. थापक ने केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय की विशेष प्रशंसा करते हुए कहा कि यद्यपि यह विश्वविद्यालय संस्कृत शास्त्रों के क्षेत्र में कार्य करता है अपितु वर्तमान समय की आवश्यकताओं के अनुरूप विश्वविद्यालय छात्रों के निर्माण हेतु सजग है तथा शास्त्रों के संरक्षण व इनके वर्तमान समय में उपयोग हेतु भी विशेष प्रयास कर रहा है ।
छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रोफेसर मदन मोहन झा का स्वागत प्रो. नीलाभ तिवारी ने किया।
कार्यक्रम के समन्वयक प्रो. नीलाभ तिवारी ने कहा कि भोपाल परिसर में सम्पूर्ण भारत वर्ष से आए कम्प्यूटर प्राध्यापकों के लिए आयोजित इस कार्यक्रम में तकनीकी क्षेत्र से जुड़े हुए विशिष्ट विद्वानों को विषय विशेषज्ञों के रूप में आमंत्रित किया गया है। जिसमें प्रो. रवि कपूर, डॉ. यशपाल शर्मा, अनिल उपमन्यु, स्मृति उपमन्यु,डॉ. मीनाक्षी लोने, स्वर्निमा पांडे अपने व्याख्यान देंगे। कार्यक्रम का संयोजन डॉ. रमन मिश्रा ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अनूप मिश्र ने प्रस्तुत किया।
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