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उदयपुर और सलूंबर जिले में गुरुवार को सभी राशन डीलर्स की दुकानें बंद रहीं। विभिन्न मांगों को लेकर राशन डीलर हड़ताल पर उतर आए हैं। हड़ताल होने से इस माह होने से वाले राशन वितरण पर संकट खड़ा हो सकता है। पात्र लाभार्थियों को इससे वंचित होना पड़ सकता है।
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उदयपुर राशन डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष रोशनलाल सामोता ने बताया कि हमने 25 जुलाई 2024 को कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर चेताया था। जिसमें बताया था कि मांग जल्द पूरी नहीं हुई तो मजबूरन हड़ताल पर उतरना पड़ेगा। सामोता ने बताया कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती। हड़ताल जारी रहेगी।
ये है प्रमुख मांगे -राशन विक्रेताओं को हर माह 30,000 रुपए मानदेय गुजरात पैटर्न से मिनिमम भुगतान किया जाए। -खाद्य डिपो से राशन की दुकानों तक आते-आते रास्ते में 2 क्विंटल राशन का गेहूं कम हो जाता है। इसकी छीजत 2 प्रतिशत दी जाए या फिर मासिक बोनस 2000 रुपए दिया जाए। -4 रुपए प्रति क्विंटल कांटा कटौती को बंद किया जाए। पॉश मशीनों के नाम से कमीशन में कटौती आज भी जारी है जिसे भी बंद किया जाए। -उपभोक्ताओं को घर-घर डोर स्टेप डिलीवरी करने में राशन विक्रेता असमर्थ है। दुकान पर ही गेहूं देने की व्यवस्था की जाए। -वर्ष 2024 में जनवरी माह से जुलाई 24 तक बाकी कमीशन मुहैया कराया जाए। -वर्ष 2023 में उपभोक्ताओं को वितरित कराए गए फूड पैकेट का बाकी कमीशन दिा जाए।
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