[ad_1]
बाल संरक्षण आयोग की टीम बुधवार को मुरैना पहुंची। टीम के सदस्य इमानुएल मिशनरी स्कूल पहुंचे वहां उन्होंने कई खामियां पाई। इसके साथ उन्होंने स्कूलों का भी निरीक्षण किया। इसके लिए स्कूल के प्राचार्य से जवाब मांगा गया है।
.
बता दें कि, बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ओंकार सिंह के नेतृत्व में टीम के सदस्य माधोपुरा की पुलिया के पास मौजूद इम्मानुएल मिशनरी के स्कूल पहुंची वहां सदस्यों ने पाया कि स्कूल में निजी प्रकाश को की पुस्तक पढ़ाई जा रही थी। इन पुस्तकों का कोर्स से कोई लेना-देना नहीं था। कक्षा में बच्चों को बैठने की जगह नहीं थी। बच्चों को अत्यधिक संख्या में बैठाया गया था। बच्चों के स्कूल बैग का वजन जरूर से अधिक था। एक बैग का वजन 5 किलो के लगभग था। स्कूल प्रबंधन लगातार फीस वृद्धि कर रहा था। स्कूल प्रबंधन ने पिछले 6 साल में 6 बार फीस वृद्धि की थी। स्कूल की बसों की स्थिति कंडम थी। स्कूल की बसों में न तो जीपीएस सिस्टम लगा था, न ही पैनिक बटन था स्कूल में सीसीटीवी कैमरे भी नहीं थे यहां तक कि स्कूल के स्टाफ का पुलिस वेरिफिकेशन तक नहीं कराया गया था।
स्कूल परिसर में आवास
नियमानुसार स्कूल परिसर में शिक्षकों का आवास नहीं होना चाहिए लेकिन इस स्कूल में प्राचार्य का आवास बना हुआ था जिस पर आयोग की अध्यक्ष ने प्राचार्य से जवाब तलब किया है।
[ad_2]
Source link