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झारखंड में मंगलवार को आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 12 लोग घायल हैं। इनमें छह लोगों की हालत गंभीर है। सबसे ज्यादा 6 लोगों की मौत रांची जिले में हुई, जबकि चतरा में तीन और गुमला में लोगों की जान गई।
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इधर, मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक अच्छी बारिश के आसार जताए हैं। मौसम विभाग ने आज राज्य के 17 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। जिन जिलों में बारिश के आसार जताए गए हैं उनमें कोडरमा, गिरिडीह, धनबाद, बोकारो, रामगढ़, हजारीबाग, रांची, खूंटी, सराकेला-खरसावां, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, लोहरदगा, गुमला और सिमडेगा शामिल हैं।
वहीं एक अगस्त को रांची के अलावा पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार, लोहरदगा के अलावा दक्षिणी भाग के पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा, सरायकेला-खरसांवा व बोकारो, गुमला, हजारीबाग, खूंटी के अलावा रामगढ़ में भारी बारिश की चेतावनी है। मौसम विभाग के मुताबिक अब तक प्रदेश में 43% कम बारिश हुई है।
10 लोगों की हुई मौत
मांडर के कैंबो गांव में धनरोपनी चल रही थी। तभी आकाशीय बिजली गिरी और राजेश उरांव (25) व सलमोन एक्का (26) की मौत हो गई। राजेश मूल रूप से रातू कि तिलता गांव के थे और अपनी कैंबो स्थित अपनी ससुराल में रहते थे। वहीं मांडर के ही बसकी में खेत जोताई के दौरान आकाशीय बिजली की चपेट में आकर 26 वर्षीय नीरज उरांव की जान चली गई। उनके साथ रोपाई कर रहे अन्य लोग घायल हो गए।
वहीं चान्हो के कलगी गांव में भी ठनका गिरने से 40 साल के सकलू उरांव की मौत हो गई, जबकि लुंडरी गांव में कमला उरांव नामक महिला झुलस गई। रातू थाना क्षेत्र के बिजुलिया में भी एक महिला की धनरोपनी के दौरान मौत हो गई है। वहीं चतरा जिले के डहुरी गांव में जगरनाथ यादव और उनकी पत्नी चमेली देवी की जान चली गई, जबकि सिनपुर गांव के 15 वर्षीय अभिषेक कुमार की भी मौत हो गई।
पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया में सबसे अधिक बारिश
मौसम विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले 24 घंटे में राज्य में कुछ स्थानों पर गर्जन के साथ हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हुई है। सबसे अधिक बारिश 106.6 मिमी पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया में हुई है। जबकि अधिकतम तापमान 37.0 डिग्री गोड्डा का रहा है। सबसे कम तापमान 24.1 डिग्री रांची का रहा है।
टर्फ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन बारिश की वजह
मौसम विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद से मिली जानकारी के अनुसार बीकानेर-अजमेर की ओर से एक झारखंड होते हुए एक मानसून टर्फ बंगाल की ओर बढ़ रहा है। इसकी काफी रफ्तार है। वहीं एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन उत्तरी छत्तीसगढ़ से ओडिशा-झारखंड होते हुए बंगाल की तरफ बढ़ रहा है। इन्हीं वजहों से झारखंड में बारिश के आसार नजर आ रहे हैं। एक अगस्त तक बारिश के बाद दो अगस्त से बारिश में कमी आएगी। इससे उमस बढ़ने की संभावना है।
पलामू में मंगलवार की शाम हुई बारिश से लोगों को राहत मिली।
अबतक 43% कम हुई बारिश
मौसम विभाग के अनुसार झारखंड में एक जून से 30 जुलाई तक 43 फीसदी कम बारिश हुई है। राज्य में अब तक 499.3 मिमी बारिश हो जानी चाहिए थी, लेकिन अब तक सिर्फ 286.8 मिमी ही बारिश हुई है। बात राजधानी रांची की करें तो यहां भी 33 फीसदी कम बारिश हुई है।
राज्य में सुखाड़ के हालात बनने लगे हैं। जुलाई में राज्य में गोड्डा और साहिबगंज को छोड़ कर अन्य 22 जिलों में सामान्य से कम बारिश रिकॉर्ड दर्ज की गई है। कम बारिश का असर धन रोपनी पर दिख रहा है। इस वर्ष अब तक राज्य में कुल 2827.460 हेक्टेयर जमीन पर रोपनी हो जाना चाहिए था पर अब तक केवल 720.762 हेक्टेयर जमीन पर ही रोपा हो सका है।
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