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जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में शिक्षा विभाग के विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा की गई।
शाला स्वास्थ्य, ज्ञान संकल्प पोर्टल, प्रवेशोत्सव, मानस अभियान सहित शिक्षा विभाग के विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा मंगलवार को आयोजित जिला स्थापना समिति की बैठक में की गई। बैठक में कलेक्टर काना राम ने कहा- ज्ञान संकल्प पोर्टल में सभी स्कूल सहयोग करें।
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कलेक्टर ने कहा- स्कूल स्तर पर प्रवेशोत्सव में रुचि नहीं लेने वाले स्कूलों की सूची बनाएं। पीएम स्कूल के विधार्थियों में एकरूपता लाने के लिए बच्चों को स्वेटर, जूते, ड्रेस इत्यादि का भामाशाहों का सहयोग लेकर निशुल्क वितरण करें। जिन स्कूलों मे कमरे, भवन जर्जर या नाकारा हैं, उनकी समय रहते सूचना दें।
13,754 नए स्टूडेंट ने लिया सरकारी स्कूलों में प्रवेश
डीईओ हंसराज जाजेवाल ने बताया- इस वर्ष 2024-25 में जिले के 1099 सरकारी स्कूलों में 1,54,016 स्टूडेंट अध्यनरत हैं। इनमें से 13,754 स्टूडेंट के नए एडमिशन हुए हैं। जिले में 4 कस्तूरबा गांधी आवासीय स्कूल हैं, जिनमें से नोहर स्थित स्कूल में 110 सीटों पर शीघ्र ही प्रवेश लिए जाएंगे। केजीबीबी करनपुरा, भादरा में जनवरी, 2024 और केजीबीवी पीलीबंगा में मई, 2023 से सत्र शुरू हो गया है।
जिला स्तरीय नशा मुक्ति निबंध प्रतियोगिता बुधवार को
नशा मुक्ति जागरूकता कार्यक्रम मानस के तहत स्कूलों में शनिवार को निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इसी सिलसिले में उत्कृष्ट निबंध लिखने वाले विधार्थियों को ब्लॉक स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। जिला स्तर पर चयनित विधार्थियों की प्रतियोगिता का आयोजन जंक्शन स्थित गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल में बुधवार को होगा। जिला कलेक्टर ने विधार्थियों को अधिक से अधिक ई-शपथ दिलाने, 7 अगस्त को हरियाली तीज के अवसर पर पौधरोपण के अवसर पर बालिकाओं की अधिक से अधिक उपस्थिति के निर्देश दिए।
शाला स्वास्थ्य में सभी विद्यार्थियों की होगी हेल्थ स्क्रीनिंग
जिला कलेक्टर काना राम ने बताया- शाला स्वास्थ्य कार्यक्रम का उद्देश्य सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत विधार्थियों की हेल्थ स्क्रीनिंग करने से है, ताकि विधार्थी पढ़ाई के साथ-साथ स्वास्थ्य पर भी ध्यान दे सकें। कलेक्टर ने बताया- प्रत्येक स्कूल में स्वास्थ्य प्रभारी की नियुक्ति की गई है, जो चिकित्सा टीम द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त कर प्रथम दृष्टया विधार्थियों की स्क्रीनिंग करेंगे। उसके पश्चात गठित मेडिकल टीम द्वारा विधार्थियों की हेल्थ स्क्रीनिंग कर, आवश्यकता अनुसार पीएचसी में एडमिट कर संबंधित बीमारी का इलाज करवाया जाएगा। स्कूलों में अभियान चलाकर अभिभावकों को भी बच्चों के स्वास्थय के बारे में रिपोर्ट दी जाएगी।
जिला कलेक्टर ने कहा कि इस अभियान के साथ ही स्टॉप डायरिया, हाथ धोने के प्रति जागरूक करना इत्यादि को जोड़ा जाएगा। बैठक में जिला कलेक्टर सहित सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा, डिस्कॉम एसई रजीराम सहारण, आईसीडीएस उपनिदेशक प्रवेश सोलंकी, पीएचईडी एक्सईएन जितेंद्र झांब, एपीसी हरलाल सहारण सहित सभी ब्लॉक के सीबीईओ उपस्थित रहे।
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